मुंबई। महाराष्ट्र कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी दावेदारी वापस ले ली है और ऐलान कर दिया है कि वे भाजपा के सीएम को स्वीकार करने को तैयार हैं। इसके बाद यह तय हो गया है कि मुख्यमंत्री 132 सीट जीतने वाली भाजपा का होगा। भाजपा की ओर से देवेंद्र फड़नवीस का नाम तय होने की संभावना है। इससे पहले बुधवार को ठाणे में कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि भाजपा का सीएम उन्हें मंजूर है।
शिंदे ने कहा- मुझे पद की लालसा नहीं। जब मैं मुख्यमंत्री था तब मोदी जी मेरे साथ खड़े रहे। अब वो जो फैसला लेंगे स्वीकार होगा। उन्होंने बुधवार को कहा- मैंने कल मोदी जी को फोन किया था हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई अड़चन न लाएं। हम सब एनडीए का हिस्सा हैं। भाजपा की बैठक में जो फैसला लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा। कोई स्पीड ब्रेकर नहीं है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं बनेंगे। शिंदे ने कहा- मैं कभी भी अपने आप को मुख्यमंत्री नहीं समझता। मैंने हमेशा आम आदमी बनकर काम किया। पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस ने इस बयान के बाद कहा- शिंदे के बयान ने सबकी शंका दूर की है। महायुति में कभी भी मतभेद नहीं रहा है। हम मुख्यमंत्री के नाम पर ही जल्द ही फैसला लेंगे।
एकनाथ शिंदे ने ठाणे में कहा- मैंने मोदीजी, शाहजी को फोन किया। मैंने उनसे कहा कि आपका जो भी फैसला होगा, हमें स्वीकार है। भाजपा की बैठक में आपका कैंडिडेट चुना जाएगा, वो भी हमें स्वीकार है। हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं है। आप सरकार बनाने को लेकर जो फैसला लेना चाहते हैं, ले लीजिए। शिव सेना और मेरी तरफ से कोई अड़चन नहीं है। उन्होंने कहा- हमने ढाई साल सरकार चलाई। प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने मुझ जैसे कार्यकर्ता को मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी दी। ढाई साल तक दोनों चट्टान की तरह हमारे साथ खड़े रहे। मुझ से कहा कि आप जनता का काम करो और हम आपके साथ हैं।
गौरतलब है कि पहले शिंदे की पार्टी ने कहा था कि बिहार फॉर्मूले पर उनको सीएम बनाया जाए। बिहार में कम सीट के बावजूद नीतीश कुमार सीएम बने थे। लेकिन भाजपा ने इसे स्वीकार नहीं किया क्योंकि बिहार में एनडीए नीतीश का नाम घोषित करके लड़ा था। इसके बाद भाजपा की ओर से दो टूक अंदाज में शिव सेना को कह दिया गया था कि भाजपा का ही मुख्यमंत्री बनेगा।