Farmer protest: पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर कई महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों ने पहले से तय कार्यक्रम के मुताबिक शुक्रवार, छह दिसंबर को दिल्ली की ओर कूच किया लेकिन करीब ढाई घंटे के बाद उन्होंने अपना दिल्ली मार्च रोक दिया।
किसानों ने केंद्र सरकार को समझौता वार्ता के लिए एक दिन का समय दिया है। किसानों ने कहा है कि शनिवार, सात दिसंबर को केंद्र सरकार से बात हो सकती है।
अगर सरकार मांग मानती है तो किसान पीछ हट जाएंगे अन्यथा उनका दिल्ली मार्च जारी रहेगा।
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इससे पहले शुक्रवार को दोपहर एक बजे किसान दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन करीब ढाई घंटे बाद मार्च रोक दिया।
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सरकार बातचीत के लिए तैयार है, इसलिए कल तक यानी शनिवार तक इंतजार करेंगे। उन्होंने कहा- हम सरकार से टकराव नहीं चाहते।
हमसे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान बात करें। केंद्र वार्ता करेगा तो ठीक, नहीं तो रविवार यानी आठ दिसंबर को दोपहर 12 बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करेगा।(Farmer protest)
पिछले नौ महीने से तंबू गाड़ कर बैठे किसानों ने शुक्रवार को दोपहर एक बजे 101 किसानों का जत्था दिल्ली रवाना किया था।
किसानों ने बैरिकेड और कंटीले तार उखाड़ दिए। इस पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी और आंसू गैस के गोले दागे। इसमें आठ किसान घायल हुए हैं, जिनमें दो की हालत गंभीर है। बाद में पंधेर ने कहा- हरियाणा पुलिस से हमारी बातचीत हुई।
उन्होंने हमसे मांग पत्र मांगा। इसके बाद हमने उन्हें मांग पत्र सौंपा, जिसमें केंद्र सरकार से वार्ता की बात कही है। कल का दिन केंद्र सरकार से बातचीत के लिए रखा गया है।
सरवन सिंह पंधेर ने कहा- हरियाणा पुलिस की तरफ से दागे गए आंसू गैस के गोलों के कारण हमारे काफी नेता घायल हुए हैं।
इसके बाद हमने जत्थे को वापस बुला लिया। इस मामले में राहुल गांधी ने दिल्ली में कहा- किसान सरकार के समक्ष अपनी मांगें रखने और अपनी पीड़ा को व्यक्त करने के लिए दिल्ली आना चाहते हैं।
उन पर आंसू गैस के गोले दागना और उन्हें तरह तरह से रोकने का प्रयास करना निंदनीय है।