नई दिल्ली। भारतीय विमानन कंपनियों की उड़ानों को बम से उड़ा देने की धमकी का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। रविवार को लगातार दूसरे दिन 20 से ज्यादा हवाई उड़ानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली, जिसके बाद विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई। खबरों के मुताबिक जिन विमानन कंपनियों की उड़ानों को धमकी मिली उसमें विस्तारा, इंडिगो और एयर इंडिया शामिल हैं। इन तीनों कंपनियों की छह छह उड़ानों का धमकी मिली है। इससे पहले शनिवार को 30 से ज्यादा विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी।
लगातार मिल रही धमकियों और विमानों की इमरजेंसी लैंडिंग के चलते हजारों यात्री घंटों परेशान हो रहे हैं। पिछले एक हफ्ते में यानी सोमवार से रविवार, 20 अक्टूबर तक करीब एक सौ विमानों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है। हालांकि बाद में ये सभी झूठी साबित हुईं। इन धमकियों की वजह से अब तक विमानन कंपनियों को दो सौ करोड़ रुपए से ज्यादा का का नुकसान हो चुका है।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस मामले में नागरिक विमानन मंत्रालय और ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। हवाईअड्डों की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के अलावा एनआईए और आईबी को भी रिपोर्ट देने को कहा गया है। इस बीच केंद्र सरकार ने शनिवार को विमानन सुरक्षा महानिदेशक विक्रम देव दत्त को पद से हटाते हुए कोयला मंत्रालय में सचिव बना दिया।
एक दिन पहले शनिवार को एक साथ 30 धमकियां मिलने के बाद विमानन कंपनियों के बड़े अधिकारियों ने ब्यूरो ऑफ सिविल एविएशन सिक्योरिटी, बीसीएएस के अधिकारियों से मुलाकात की। ब्यूरो के महानिदेशक जुल्फिकार हसन ने उन्हें भरोसा दिलाया कि भारतीय आकाश पूरी तरह सुरक्षित है। गौरतलब है कि विमान में बम होने की सूचना मिलने पर उड़ान को अपने निर्धारित हवाईअड्डे की बजाय नजदीकी हवाईअड्डे पर उतारा जाता है। इससे ईंधन की खपत तो ज्यादा होती ही है, विमान की दोबारा जांच करने, यात्रियों को होटलों में ठहराने और उन्हें उनके मंजिल तक पहुंचाने के लिए व्यवस्था करनी पड़ती है। इससे एक उड़ान पर औसतन अतिरिक्त तीन करोड़ रुपए का खर्च होता है।