नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के लोगों से जी-20 के शिखर सम्मेलन को सफल बनाने की अपील की है और कहा है कि इस बैठक से देश का सामर्थ्य दिखेगा। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम में रविवार को चंद्रयान-तीन की सफलता का भी जिक्र किया और खेलों में भारत की उपलब्धि के बारे में बताया। प्रधानमंत्री ने पर्यटन की भी बात की और देश के लोगों को भारत की विविधता के दर्शन करने का सुझाव दिया।
प्रधानमंत्री ने मन की बात के 104वें प्रसारण की शुरुआत में चंद्रयान-तीन की सफलता का जिक्र किया। उन्होंने कहा- भारत के चंद्रयान ने ये साबित कर दिया है कि संकल्प के कुछ सूरज चांद पर भी उगते हैं। मिशन चंद्रयान नए भारत की उस स्पिरिट का प्रतीक बन गया है, जो हर हाल में जीतना चाहता है, और हर हाल में, जीतना जानता भी है। गौरतलब है कि बुधवार को भारत का चंद्रयान-तीन चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा।
बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी ने नई दिल्ली में होने वाले जी-20 बैठक का जिक्र करते हुए कहा- सितंबर का महीना, भारत के सामर्थ्य का साक्षी बनने जा रहा है। उन्होंने कहा- अगले महीने होने जा रही जी-20 लीडर्स समिट के लिए भारत पूरी तरह से तैयार है। इस आयोजन में भाग लेने के लिए 40 देशों के राष्ट्राध्यक्ष और अनेक वैश्विक संगठन राजधानी दिल्ली आ रहे हैं। मोदी ने कहा- जी-20 बैठक के इतिहास में ये अब तक की सबसे बड़ी भागीदारी होगी। अपनी प्रेसिडेंसी के दौरान भारत ने जी-20 को और ज्यादा इनक्लूसिव फोरम बनाया है। भारत के निमंत्रण पर ही अफ्रीकी संघ भी जी-20 से जुड़ा और अफ्रीका के लोगों की आवाज दुनिया के इस अहम प्लेटफार्म तक पहुंची।
प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से आजादी दिवस पर दिए अपने भाषण की ही तरह मन की बात में भी देशवासियों को परिवारजन कह कर संबोधित किया। उन्होंने पर्यटन पर बोलते हुए कहा- मेरे परिवारजनों, मन की बात के कई एपिसोड में हमने टूरिज्म पर बात की है। चीजों या स्थानों को साक्षात् देखना, समझना और कुछ पल उनको जीना, एक अलग ही अनुभव देता है। मैं अक्सर आप सभी से ये आग्रह करता हूं कि जब मौका मिले, हमें अपने देश की सुंदरता, अपने देश की विविधता को जरूर देखने जाना चाहिए।