नई दिल्ली। मिग 21 लड़ाकू विमानों के रिटायर होने से एक दिन पहले गुरुवार को रक्षा मंत्रालय ने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड यानी एचएएल को भारतीय वायु सेना के लिए 97 मार्क 1ए लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी तेजस लड़ाकू विमान बनाने का ऑर्डर दिया है। केंद्र ने एचएएल के साथ 62,370 करोड़ रुपए का सौदा किया है। एचएएल को तेजस लड़ाकू विमान के लिए दूसरी बार सरकारी ऑर्डर मिला है। इससे पहले, केंद्र ने फरवरी 2021 में करीब 47 करोड़ रुपए में 83 विमानों का ऑर्डर दिया था। इसकी डिलीवरी के लिए कंपनी के पास 2028 तक का समय है।
गौरतलब है कि तेजस लड़ाकू विमान वायु सेना के मिग 21 के बेड़े की जगह लेंगे। इसे पाकिस्तान बॉर्डर के पास राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयरबेस पर तैनात करने की योजना है। 26 सितंबर को मिग 21 रिटायर हो जाएगा। इसने 62 साल की सेवा के दौरान 1971 युद्ध, कारगिल और कई बड़े मिशन में अहम भूमिका निभाई। बहरहाल, केंद्र ने 19 अगस्त को 97 तेजस लड़ाकू विमान खरीदने के लिए 62 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के सौदे को हरी झंडी दी थी। रक्षा मंत्रालय ने बताया कि इस जेट में स्वयं रक्षा कवच और कंट्रोल एक्चुएटर होंगे, जिसमें 64 फीसदी से ज्यादा स्वदेशी सामग्री और 67 नए स्वदेशी सामान होंगे।