कोलंबे। श्रीलंका के नए राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके शिक्षाविद् हरिनी अमरासूर्या को देश का नया प्रधानमंत्री नियुक्त किया है। हरिनी अमरासूर्या पहले कॉलेज में पढ़ाई थीं। लेक्चरर की नौकरी छोड़ कर वे राजनीति में उतरीं और सांसद बनीं। मंगलवार को दिसानायके ने उनको प्रधानमंत्री नियुक्त किए। रविवार को आए चुनाव नतीजों में जीते दिसानायके ने यह भी साफ कर दिया कि वे भारत के प्रति कोई दुश्मनी का भाव नहीं रखेंगे। वामपंथी विचार वाले दिसानायके को भारत विरोधी और चीन समर्थक माना जाता है।
इसे लेकर उन्होंने मंगलवार को कहा कि वे भारत और चीन के बीच सैंडविच बनकर नहीं रहना चाहते हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि श्रीलंका दुनिया में चल रही दबदबे की लड़ाई में नहीं फंसना चाहता है। उन्होंने भारत और चीन के बारे में कहा- हम न तो दबदबे की होड़ में शामिल होंगे और न ही होड़ में शामिल किसी देश का साथ देंगे। दोनों देश हमारे अच्छे दोस्त हैं, मुझे उम्मीद है भविष्य में हमारी साझेदारी अच्छी होगी।
दिसानायके ने कहा कि वे यूरोपीय संघ, मिडिल ईस्ट और अफ्रीका से भी अच्छे रिश्ते रखेंगे। श्रीलंका की विदेश नीति निष्पक्ष होगी। गौरतलब है कि दिसानायके वामपंथी विचारधारा के हैं। इसके अलावा वे भारत के आलोचक भी रह चुके हैं। ऐसे में श्रीलंका में उनके जीतने पर आशंका जताई जा रही थी कि वे वैश्विक मुद्दों पर भारत की बजाय चीन का समर्थन करेंगे। हालांकि, उन्होंने राष्ट्रपति बनने के पहले ही दिन स्पष्ट कर दिया कि उनकी विदेश नीति किसी एक देश को समर्थन वाली नहीं होगी। अपने देश की आर्थिक स्थिति को लेकर दिसानायके ने कहा- श्रीलंका दिवालिया हो चुका देश है। हम पर 28 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का कर्ज है। मेरी प्राथमिकता देश के आर्थिक संकट को दूर करना है।