नई दिल्ली। पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले बिंदुओं को लेकर भारत और चीन के बीच समझौता होने के 10 दिन बाद विवादित जगहों से दोनों देशों के सैनिकों की वापसी हो गई है और देपसांग के मैदान और डेमचोक में गश्त शुरू हो गई है। विदेश मंत्रालय ने शनिवार को इसकी पुष्टि की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शनिवार को कहा कि दोनों देशों के बीच जिन शर्तो पर समझौता हुआ है उसके मुताबिक देपसांग और डेमचोक में सत्यापन की गश्त शुरू हो गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शनिवार को कहा- आप सब जानते हैं कि 21 अक्टूबर 2024 को सैनिकों की वापसी को लेकर भारत और चीन में समझौता हुआ था। इसके मुताबिक दोनों देशों के बीच समझौते की शर्तों के तहत डेमचोक और देपसांग में सत्यापन की गश्त शुरू हो गई है। गौरतलब है कि इससे एक दिन पहले शुक्रवार को भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा था कि दोनों देशों की सेनाओं ने गश्त शुरू कर दी है।
भारतीय सेना के सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि सेना ने डेमचोक में गश्त शुरू कर दी। उन्होंने बताया कि देपसांग में गश्त जल्दी ही फिर शुरू हो सकती है। इससे पहले सेना के सूत्रों ने बुधवार, 30 अक्टूबर को बताया था कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा, एलएसी पर गतिरोध वाले दो स्थानों, डेमचोक और देपसांग में सैनिकों की वापसी पूरी हो गई है और जल्दी ही इन जगहों पर गश्त शुरू कर दी जाएगी। इसके बाद गुरुवार, 31 अक्टूबर को दिवाली के मौके पर एलएसी पर कई सीमा बिंदुओं पर दोनों पक्षों के बीच मिठाइयों का आदान प्रदान हुआ। इसके एक दिन बाद गश्त शुरू हो गई। दोनों देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक धीरे धीरे तनाव कम करते हुए अप्रैल 2020 की स्थिति बहाल की जाएगी।