नई दिल्ली। भारतीय सेना ने स्पष्ट किया है कि वह अब बांग्लादेश के साथ बात नहीं करेगी। सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सोमवार को कहा कि बांग्लादेश में तख्तापलट के दौरान वे उनके सेना प्रमुख के संपर्क में थे, लेकिन अब बांग्लादेश के साथ संबंधों के बारे में तभी बात कर सकते हैं जब वहां चुनी हुई सरकार हो। जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने नए साल 2025 में पहली बार सोमवार को दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान देश की सभी सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर चर्चा की।
सेना प्रमुख ने चीन बॉर्डर, म्यांमार बॉर्डर के अलावा मणिपुर हिंसा को लेकर सेना की तैयारियों के बारे में बताया। उन्होंने कहा, ‘जम्मू कश्मीर और लद्दाख में हम धीरे धीरे टेररिज्म से टूरिज्म की ओर बढ़ रहे हैं। चीन सीमा पर वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन कंट्रोल में है। इस मुद्दे पर पीएम मोदी भी चीन के प्रमुख से बात कर चुके हैं। वहां अब बफर जोन नहीं है’।
जनरल द्विवेदी ने कहा, ‘जम्मू कश्मीर में फिलहाल एक्टिव आतंकियों में से 80 फीसदी पाकिस्तान स्थित आतंकी हैं। 2024 में ढेर हुए आतंकियों में से भी 60 फीसदी पाकिस्तानी थे। घाटी में फिलहाल स्थिति कंट्रोल में है। मणिपुर में हिंसा की घटनाएं जारी हैं, लेकिन हम शांति बहाली की कोशिश कर रहे हैं’। उन्होंने कहा, ‘देश की उत्तरी सीमाओं पर स्थिति संवेदनशील है, लेकिन सिचुएशन अंडर कंट्रोल है। अक्टूबर 2024 में पूर्वी लद्दाख के देपसांग और डेमचोक में एलएसी पर विवाद की स्थिति सुलझ गई है। इन दोनों इलाकों में अब पेट्रोलिंग भी शुरू हो गई है’।