Naya India-Hindi News, Latest Hindi News, Breaking News, Hindi Samachar

होर्मुज का रास्ता बंद करेगा ईरान

नई दिल्ली। परमाणु ठिकाने पर अमेरिकी हमले के बाद ईरान ने बड़ा फैसला किया है। उसने तेल की सबसे अधिक सप्लाई का रास्ता यानी होर्मुज जलडमरूमध्य को बंद करने का फैसला किया है। ईरान की संसद ने रविवार को स्ट्रेट ऑफ होर्मुज को बंद करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। हालांकि, इस फैसला अंतिम नहीं है। इस पर अंतिम मंजूरी ईरान की सुप्रीम नेशनल सिक्योरिटी काउंसिल देगी। गौरतलब है कि स्ट्रेट ऑफ होर्मुज दुनिया के सबसे अहम समुद्री रास्तों में से एक है।

यह ओमान की खाड़ी, ओमान, ईरान, पाकिस्तान और संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई के बीच है। यह अरब सागर को फारस की खाड़ी से जोड़ती है। दुनिया का 20 फीसदी तेल इस रास्ते से होकर गुजरता है और यही कारण है कि यह क्षेत्र इजराइल और ईरान के तनाव की खास वजह है। ईरान ने पहले ही धमकी दी थी कि वह इस रास्ते को बंद कर सकता है। इसका असर तेल बाजार और वैश्विक अर्थव्यवस्था पर पड़ेगा।

परमाणु ठिकानों पर हमले के बाद ईरान के राष्ट्रपति मसूद पजशकियान ने अमेरिका पर ईरान के खिलाफ हमलों का मुख्य जिम्मेदार होने का आरोप लगाया। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी इरना के मुताबिक, ‘पजशकियान ने कहा कि अमेरिका हमेशा हमले के पीछे रहा, लेकिन ईरान की सेनाओं के आगे और इजराइल के कमजोर पड़ने पर अमेरिका का चेहरा बेनकाब हो गया’। हालांकि ईरान ने हमले के बाद दावा किया कि उसने अमेरिकी हमले से पहले ही फोर्डो परमाणु ठिकाने में मौजूद ज्यादातर यूरेनियम को किसी और जगह पर भेज दिया था। कहा जा रहा था कि इजराइल के हमले के बाद ईरान ने यह कदम उठाया।

इस बीच ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराकची रूस रवाना होने का ऐलान किया। उन्होंने कहा, ‘अमेरिका सिर्फ ताकत और धमकी की भाषा समझता है, उसे अंतरराष्ट्रीय कानूनों की परवाह नहीं है। भले ही अमेरिका, ईरान पर हमला करके भी अपने मकसद में कामयाब नहीं हो पाया, फिर भी हम इस हमले को नजरअंदाज नहीं करेंगे। हम इसका जवाब देंगे’। अराकची ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने न सिर्फ ईरान को धोखा दिया है, बल्कि अपने अपने ही देश के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। रूस रवाना होने की घोषणा के साथ उन्होंने उन्होंने इस्तांबुल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत करेंगे। अराकची ने कहा कि रूस, ईरान का मित्र है। दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी है।

Exit mobile version