नई दिल्ली। हमास चीफ इस्माइल हानिए के बाद अब इजराइल ने हिजबुल्लाह के चीफ हसन नसरल्लाह को भी मार गिराया है। इजराइल ने 80 टन का बम गिरा कर नसरल्ला को मारा। बताया जा रहा है कि इस हमले में नसरल्लाह की बेटी भी मारी गई है। इजराइली हमले के 20 घंटे बाद हिजबुल्लाह ने भी नसरल्लाह की मौत की पुष्टि कर दी है। इसके बाद कई देशों में मातम की शुरुआत हो गई है। लेबनान और फिलस्तीन के साथ साथ ईरान और इराक ने भी शोक का ऐलान किया है।
बहरहाल, शनिवार की शाम को पांच बजे हिजबुल्लाह ने कहा कि शुक्रवार रात साढ़े नौ बजे इजराइल के हवाई हमलों में नसरल्लाह की मौत हो गई। इजराइली सेना ने राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह के मुख्यालय पर 80 टन बम से हमला किया था। यह इतना भीषण था कि आसपास की छह इमारतें ध्वस्त हो गईं। बताया जा रहा है कि नसरल्लाह अपनी बेटी के साथ यहीं मौजूद था। इजराइल के हमले में नसरल्लाह के मारे जाने के बाद पूरे मध्य पूर्व में तनाव बढ़ गया है।
हिजबुल्लाह की ओर से पुष्टि होने के बाद इजराइली डिफेंस फोर्सेस यानी आईडीएफ ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लिखा- अब दुनिया को नसरल्लाह से डरने की जरूरत नहीं है। वह आतंक नहीं फैला पाएगा। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ समय से इजराइल को नसरल्लाह के लोकेशन की जानकारी थी। जानकार सूत्रों के मुताबिक हमले के लिए शुक्रवार का समय इसलिए चुना गया क्योंकि नसरल्लाह के लोकेशन बदलने की खबरें आ रही थीं। कहा जा रहा है कि संयुक्त राष्ट्र महासभा में हिस्सा लेने अमेरिका गए प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने वहीं से इस हमले की मंजूरी दी।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को UN में भाषण देने के बाद अपने होटल रूम से हिजबुल्लाह के हेडक्वार्टर पर हमले की इजाजत दी थी। अटैक के बाद इजराइली PM ऑफिस ने नेतन्याहू की एक तस्वीर जारी की थी, जिसमें वे लैंडलाइन फोन से लेबनान में हमले का आदेश दे रहे हैं।
नसरल्लाह के मारे जाने के बाद ईरान में सुप्रीम लीडर आयतुल्लाह अली खामेनेई ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई। बताया जा रहा है कि खामेनेई को सुरक्षित स्थान पर भेज दिया गया है। क्योंकि एक दिन पहले नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से कहा था कि ईरान ने हमला किया तो इजराइल बड़ा हमला करेगा और वह ईरान के हर हिस्से में हमला करने में सक्षम है। इस बीच ईरान ने शनिवार को बताया कि बेरूत में इजराइल के हमले में ईरान के इस्लामिक रिवॉल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स के डिप्टी जनरल की भी मौत हो गई है। उसका नाम अब्बास निलफोरूशान था। अमेरिका ने 2022 में उस पर प्रतिबंध लगाए थे।