चंडीगढ़। पंजाब और हरियाणा के खनौरी बॉर्डर पर 46 दिन से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने अपनी मांगों और अनशन को लेकर सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है। डल्लेवाल ने पहली बार सीधे मोदी से अपील की है। उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी मांगें मानते हैं तो वे अनशन समाप्त कर देंगे। गौरतलब है कि डल्लेवाल का अनशन खत्म कराने के लिए सुप्रीम कोर्ट की बनाई कमेटी ने भी प्रयास किया लेकिन कामयाबी नहीं मिली है। सर्वोच्च अदालत लगातार उनके मामले में सुनवाई कर रही है।
इस बीच डल्लेवाल ने शुक्रवार, 10 जनवरी को एक वीडियो संदेश जारी किया। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी हमारी मांगें मानें तो मैं अनशन छोड़ दूंगा। अनशन करना कोई हमारा कारोबार तो नहीं है और न ही हमारा शौक है’। उन्होंने पंजाब भाजपा के नेताओं से भी कहा कि वे प्रधानमंत्री मोदी से अपील करें कि वे किसानों की मांग मानें। उन्होंने पंजाब के भाजपा नेताओं से कहा, ‘मैं आपको फिर से हाथ जोड़ता हूं कि अकाल तख्त साहिब की तरफ जाने के बजाय आप कृपया मोदी जी से कहें कि वह हमारी मांगें मान लें, तो हम अनशन छोड़ देंगे। हमारा अनशन करना कोई कारोबार तो नहीं है। न ही हमारा शौक है। धन्यवाद। मैं पंजाब की भाजपा इकाई को विनती करता हूं कि वह मोदी जी से बात करें’।
इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा यानी एसकेएम की छह सदस्यीय कमेटी 101 किसानों के साथ खनौरी बॉर्डर पर पहुंची। उन्होंने खनौरी मोर्चे के नेताओं को एकता का वो प्रस्ताव सौंपा, जो मोगा की महापंचायत में पास किया गया था। किसान नेताओं ने डल्लेवाल से भी मुलाकात की। इसके बाद एसकेएम के नेता शंभू बॉर्डर गए, जहां किसान पिछले साल फरवरी से अनशन कर रहे हैं। किसान फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी की कानूनी गारंटी सहित 13 मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार को एसकेएम ने पूरे देश में प्रधानमंत्री मोदी का पुतला जलाया।
खनौरी और शंभू बॉर्डर पर आंदोलन कर रहे किसानों से मिलने पहुंचे एसकेएम के नेता बलबीर सिंह राजेवाल ने कहा, ‘आज पूरे देश को जगजीत सिंह डल्लेवाल की सेहत की चिंता है। मोगा में हुई महापंचायत में जो फैसला हुआ, उसके मुताबिक अपने भाइयों को कहने आए हैं कि इकट्ठे होकर इस आंदोलन को लड़ेंगे। 15 तारीख को मीटिंग है। दिल्ली आंदोलन में जो जत्थेबंदियां साथ थीं, वह जल्दी ही एकजुट होंगी। हमारे में कोई मतभेद नहीं है। केंद्र सरकार को पहल के आधार पर किसानों से बातचीत करनी चाहिए’।
दूसरे किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा, ‘हमारी सभी जत्थेबंदियों का लक्ष्य एक है और दुश्मन एक है। जिस तरह आज मुलाकात हुई है, उम्मीद है कि जल्दी हम एक मंच पर आएंगे’। डल्लेवाल ने आगे कहा, ‘दोस्तों आज हमें यहां पर यह सूचना मिली कि पंजाब भाजपा की इकाई की तरफ से अकाल तख्त साहिब से अपील की गई है कि डल्लेवाल का अनशन तुड़वाया जाए। उसे जत्थेदारों व पंज प्यारों के माध्यम से हुक्म दिया जाए कि वह अनशन छोड़े। मैं अकाल तख्त साहिब व सभी तख्तों व पंज प्यारों का सत्कार करता हूं’। हालांकि डल्लेवाल ने कहा कि अकाल तख्त की तरफ जाने की बजाय प्रधानमंत्री मोदी से अपील की जानी चाहिए।