जम्मू। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू कश्मीर विधानसभा के लिए भाजपा का घोषणापत्र जारी करने के एक दिन बाद शनिवार, सात सितंबर को राज्य में पहली चुनावी रैली की। उन्होंने इस रैली में दावा किया कि कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस की सरकार राज्य में कभी नहीं बन पाएगी। उन्होंने जम्मू के पलौरा में जनसभा की। अमित शाह कहा- कांग्रेस व नेशनल कॉन्फ्रेंस का गठबंधन नियंत्रण रेखा पर फिर से व्यापार शुरू करना चाहता है। उसका पैसा आतंकियों के मददगारों तक पहुंचेगा और इलाके में फिर से अशांति आएगी। हालांकि, भाजपा सरकार के रहते ऐसा संभव नहीं हो पाएगा।
गृह मंत्री ने अपने भाषण में कहा- जब तक जम्मू कश्मीर में शांति नहीं आएगी, तब तक पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं होगी। कांग्रेस जेल में बंद पत्थरबाजों और आतंकवादी गतिविधियों में शामिल लोगों को छुड़ाना चाहती है, ताकि आतंक फिर से फैले। उन्होंने कहा- नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस कहती है कि हम जम्मू कश्मीर को स्टेट का दर्जा देंगे। मैं अब्दुल्ला साहब और राहुल बाबा से पूछना चाहता हूं कि आप जम्मू कश्मीर को स्टेट का दर्जा कैसे वापस देंगे? आप जनता को मूर्ख बना रहे हो, क्योंकि जम्मू कश्मीर को स्टेट का दर्जा तो सिर्फ भारत सरकार ही दे सकती है।
अमित शाह ने विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाते हुए कहा- नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी वाले कहते हैं, हम पहले जैसी व्यवस्था लाएंगे। क्या आप इससे सहमत हो? जिस ऑटोनॉमी की बात ने जम्मू कश्मीर को आग में झुलसाया, घाटी में 40 हजार लोग मारे गए। ये कहते हैं, हम जम्मू कश्मीर को ऑटोनॉमी देंगे। मैं आज कह कर जाता हूं, कोई भी ताकत ऑटोनॉमी की बात नहीं कर सकती। उन्होंने कहा- आने वाला चुनाव एक ऐतिहासिक चुनाव है। जब से देश आजाद हुआ। पहली बार, दो संविधान नहीं, भारत के संविधान के अंतर्गत मतदान होने जा रहा है।