कोलकाता। आरजी कर अस्पताल की जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के खिलाफ 36 दिन से प्रदर्शन कर रहे जूनियर डॉक्टरों ने अपना आंदोलन तेज कर दिया है। शनिवार को ममता बनर्जी के साथ वार्ता का दूसरा प्रयास विफल होने के बाद डॉक्टरों ने आंदोलन तेज करने का फैसला किया। रविवार को उनके आंदोलन में पूर्व सैन्यकर्मी भी शामिल हो गए। जूनियर डॉक्टरों ने रविवार को महानगर में महारैली निकाली और साथ ही हड़ताल व स्वास्थ्य भवन के सामने धरना जारी रखने की भी घोषणा की। इस बीच सीबीआई ने आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को सबूत नष्ट करने के आरोप में भी गिरफ्तार कर लिया है।
बहरहाल, जूनियर डॉक्टरों की महारैली रविवार को शाम चार बजे साल्टलेक स्थित सेंट्रल पार्क के पास से शुरू हुई और स्वास्थ्य भवन की ओर बढ़ी। गौरतलब है कि कोलकाता में शनिवार से ही मौसम खराब है। रविवार को भी बारिश हो रही थी, हालांकि इसकी परवाह किए बिना सैकड़ों जूनियर डॉक्टर महारैली में शामिल हुए। सीनियर डॉक्टरों ने भी इसमें भाग लिया। बड़ी संख्या में आम लोग भी बारिश में भींगते हुए इस महारैली का हिस्सा बने।
जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि वे बिना किसी शर्त के मुख्यमंत्री के साथ उनके घर पर बातचीत के लिए तैयार हो गए थे, लेकिन उन्हें बेहद बुरे तरीके से वापस जाने को कह दिया गया। आरजी कर अस्पताल कांड के विरोध में रविवार को पूर्व सैन्य अधिकारियों ने भी जादवपुर से गरियाहाट तक जुलूस निकाला। इनमें रिटायर मेजर, ब्रिगेडियर व कर्नल शामिल हुए। वे सभी पुरुलिया सैनिक स्कूल के पूर्व छात्र हैं।
उधर आरजी कर अस्पताल कांड के मामले मामले में शनिवार, 14 सितंबर को सीबीआई ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और एक थाने के एसएचओ अभिजीत मंडल को गिरफ्तार कर लिया। सूत्रों के मुताबिक, दोनों पर सबूतों से छेड़छाड़ का आरोप लगा है। अभिजीत मंडल ताला पुलिस स्टेशन में स्टेशन हाउस ऑफिसर के पद पर तैनात हैं। शनिवार देर रात उन्हें मेडिकल टेस्ट के लिए बीआर सिंह अस्पताल लाया गया। इसके बाद सीबीआई उन्हें कोलकाता के स्पेशल क्राइम ब्रांच ले गई। दोनों को 17 सितंबर तक सीबीआई की हिरासत में भेज दिया गया। घोष पहले से सीबीआई की हिरासत में हैं। उनको अस्पताल में वित्तीय अनियमितता के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।