प्रयागराज। सोमवार, 13 जनवरी को महाकुंभ का शुभारंभ हो गया। पहले दिन सुबह चार बजे से संगम तट पर डूबकी लगाने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर शाम तक जारी रहा। एक अनुमान के मुताबिक पहले दिन पौष पूर्णिया के दिन डेढ़ करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंचे। बताया जा रहा है कि 44 घाटों पर देर शाम तक डेढ़ करोड़ से ज्यादा लोगों ने संगम में डूबकी लगाई। मेले का शुभारंभ होने पर हेलीकॉप्टर से श्रद्धालुओं पर फूल बरसाए गए। बड़ी संख्या में विदेशी श्रद्धालु भी महाकुंभ में शामिल होने पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि इस बार महाकुंभ 144 साल में दुर्लभ खगोलीय संयोग में हो रहा है।
बहरहार, पहले दिन महाकुंभ में इतनी भीड़ थी कि चार हजार के करीब लोग अपनों से बिछड़ गए। हालांकि बाद में खोया पाया केंद्र से अनाउंसमेंट कर ज्यादातर लोगों को उनके परिवार वालों से मिलवाया गया। आम लोग भी खोए हुए लोगों की मदद कर रहे थे और उनके परिजनों से मिला रहे थे। बुजुर्गों की जेब या पर्स में फोन नंबर लिख कर रखने की सलाह भी दी जा रही थी। हेलीकॉप्टर से मेले पर नजर रखी जा रही है और और एनएसजी कमांडो भी महाकुंभ में आए लोगों पर नजर रख रहे हैं। जगह जगह अर्धसैनिक बलों के जवान और कमांडो तैनात किए गए हैं।
विदेशी श्रद्धालु भी बड़ी संख्या में महाकुंभ में स्नान करने पहुंचे हैं। मेला प्रशासन के मुताबिक, जर्मनी, ब्राजील, रूस, ऑस्ट्रेलिया सहित कम से कम 20 देशों से भक्त पहुंचे हैं। पहले दिन के स्नान के बाद ही श्रद्धालु 45 दिन का कल्पवास शुरू करेंगे। सोमवार को महाकुंभ के पहले दिन संगम पर पहपुंचने के सभी रास्तों पर भक्तों की भारी भीड़ रही। गाड़ियों की एंट्री बंद है। तभी श्रद्धालु बस और रेलवे स्टेशन से 12 किलोमीटर तक पैदल चलकर संगम पहुंचे। गौरतलब है कि 60 हजार जवान सुरक्षा और व्यवस्था संभालने में लगे हैं।
दुनिया की सबसे मूल्यवान कंपनियों में से एक एपल के को फाउंडर स्टीव जॉब्स की पत्नी लॉरेन पॉवेल जॉब्स महाकुंभ पहुंचीं हैं। उन्होंने निरंजनी अखाड़े में अनुष्ठान किया। वे कल्पवास भी करेंगी। एक दिन पहले उन्होंने वाराणसी में काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा की थी। इस बीच सोमवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- मानवता के मंगलपर्व ‘महाकुंभ 2025’ में ‘पौष पूर्णिमा’ के शुभ अवसर पर संगम स्नान का सौभाग्य प्राप्त करने वाले सभी संतगणों, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं का हार्दिक अभिनंदन। उन्होंने लिखा, ‘प्रथम स्नान पर्व पर आज 1.50 करोड़ सनातन आस्थावानों ने अविरल निर्मल त्रिवेणी में स्नान का पुण्य अर्जित किया’। उन्होंने केंद्र व राज्य सरकार के सभी विभागों और स्वंयसेवकों का भी व्यवस्था में सहयोग के लिए धन्यवाद किया।