नई दिल्ली। महाराष्ट्र में कांग्रेस की अब तक की सबसे बुरी हार के बाद प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने इस्तीफे की पेशकश की है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले सोमवार को दिल्ली पहुंचे। बताया जा रहा है कि लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करके वे औपचारिक रूप से भी इस्तीफे की पेशकश करेंगे। हालांकि पार्टी ने पहले ही इस्तीफे की पेशकश को खारिज कर दिया है और उनको पद पर बने रहने को कहा है।
गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में नाना पटोले ही कांग्रेस का चेहरा थे। चुनाव से पहले महा विकास अघाड़ी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा इसलिए घोषित नहीं किया गया क्योंकि नाना पटोले ऐसा चाहते थे। वे मुख्यमंत्री के अघोषित दावेदार थे। उन्होंने की कांग्रेस की टिकट बांटी थीं। लेकिन उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने सिर्फ 16 सीटें जीतीं। यह महाराष्ट्र में कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन है। पिछले चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 16.1 फीसदी था, जो इस बार घट कर 12.42 फीसदी रह गया है।
बहरहाल, यह भी खबर है कि विपक्ष साझा रूप से नेता प्रतिपक्ष पद का दावा कर सकता है। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में किसी भी विपक्षी पार्टी को सदन में नेता प्रतिपक्ष के लिए जरूरी सीटें नहीं मिली हैं। विधानसभा की कुल सीटों की कम से कम 10 फीसदी सीटें जीतने वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। अगर कई पार्टियों ने इससे ज्यादा सीटें हासिल की हों, तो सबसे ज्यादा सीट वाली विपक्षी पार्टी को यह पद दिया जाता है। इस बार ऐसा नहीं है इसलिए महा विकास अघाड़ी संयुक्त रूप से नेता प्रतिपक्ष पद का दावा कर सकती है। इस संबंध में राज्यपाल को पत्र लिखकर चुनाव पूर्व गठबंधन का तर्क दिया जाएगा।