इंफाल। मणिपुर में शांति बहाली के उपायों पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से चर्चा करने जिस दिन असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा दिल्ली आए उसी दिन खबर आई कि मणिपुर में फिर बड़ी हिंसा भड़क गई है। मंगलवार की रात को मैती बहुल एक गांव पर हमला हुआ, जिसमें नौ लोगों की जान चली गई और 10 लोग घायल हुए। हालांकि अपुष्ट खबरों के मुताबिक 12 लोगों की मौत हुई है और 30 लोग घायल हुए हैं। इस बीच बुधवार को हिमंत सरमा अपनी रिपोर्ट के साथ दिल्ली आए।
बहरहाल, पुलिस ने बताया कि मंगलवार को आधी रात के बाद करीब एक बजे मैती बहुल कांगपोकी से सटे खामेलोक गांव और इंफाल पूर्वी जिले में हमला किया गया। हमलावर अत्याधुनिक हथियारों से लैस थे। मारे गए सभी लोग खामेलोक गांव के हैं। इस घटना के अलावा मंगलवार को बिष्णुपुर जिले में भी हिंसा हुई। वहां फौगाकचाओ इखाई गांव में कुकी समुदाय के लोग मैती इलाकों में बंकर बनाने की कोशिश कर रहे थे। इस दौरान कुकी लोगों और सुरक्षा बलों के बीच गोलीबारी हुई।
इस बीच, मणिपुर की महिला गन सर्वाइवर्स नेटवर्क की फाउंडर बिनालक्ष्मी नेपराम ने दावा किया कि कांगपोकी के खामेलोक में मंगलवार की रात को हुई गोलीबारी में 12 लोगों की मौत हुई है और 30 से ज्यादा लोग घायल हैं। इससे पहले सोमवार रात भी खामेलोक इलाके में गोलीबारी हुई थी, जिसमें नौ लोग घायल हुए थे। गौरतलब है कि तीन मई को कुकी और मैती समुदाय के बीच हिंसा भड़की थी, जो अभी तक जारी है। इस हिंसा के चलते राज्य में इंटरनेट पर 15 जून तक पाबंदी लगी है।
मणिपुर में शांति बहाली के प्रयासों के लिए अमित शाह चार दिन वहां रहे थे। बाद में उन्होंने असम के मुख्यमंत्री हिमंत सरमा को मणिपुर भेजा था। बताया जा रहा है कि गृह मंत्री शाह ने सरमा को मणिपुर में हिंसा को नियंत्रित करने के लिए जरूरी कदमों का फ्रेमवर्क तैयार करने काम सौंपा था। शांति बहाली के इन प्रयासों के बीच हकीकत है कि कुकी और मैती समुदाय के बीच आपसी अविश्वास बढ़ रहा है और घात लगाकर हमले किए जा रहे हैं। कुकी समुदाय के लोग हमले का मौका तलाशने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रहे हैं। इस बीच सुरक्षा बल हथियारों की रिकवरी के लिए जगह जगह छापेमारी कर रहे हैं।