नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार के बाद उनके ‘अपमान’ और स्मारक का विवाद बढ़ गया है। कांग्रेस के साथ साथ शिरोमणी अकाली दल, आम आदमी पार्टी और समाजवादी पार्टी ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा है और कहा कि सरकार को पूर्व प्रधानमंत्रियों को दिए जाने वाला सम्मान मनमोहन सिंह को भी देना चाहिए। उनका स्मारक बनाने के साथ साथ इस बात पर भी विवाद बढ़ गया है कि सरकार ने उनका अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर क्यों कराया।
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि सिख समुदाय के पहले प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर करवा कर केंद्र सरकार ने उनका सरासर अपमान किया है। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने कहा- ये खबर सुनकर मैं स्तब्ध हूं। मनमोहन के अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए बीजेपी सरकार एक हजार गज जमीन भी न दे सकी। अब तक के सभी प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार राजघाट पर किया जाता था।
गौरतलब है कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने 27 दिसंबर को स्मारक के लिए जमीन निर्धारित करने की मांग की थी। खड़गे ने शुक्रवार, 27 दिसंबर की शाम को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखा था। उन्होंने कहा था कि डॉ. सिंह का अंतिम संस्कार जहां हो वहीं स्मारक बनाया जाए। कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक मनमोहन सिंह की पत्नी गुरशरण कौर भी यही चाहती थीं। इस पर केंद्र सरकार ने जवाब देते हुए कहा था- जगह तलाश रहे हैं। अंतिम संस्कार के लिए निगम बोध घाट चुना गया है। स्मारक दिल्ली में बनेगा। इसके लिए उचित जगह तलाशी जाएगी और ट्रस्ट बनेगा। प्रक्रिया में समय लगेगा।
केंद्रीय गृह मंत्रालय के जवाब के बाद कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा- सरकार स्मारक बनाने के लिए जमीन तक नहीं तलाश पाई। ये देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का अपमान है। प्रियंका गांधी वाड्रा ने डॉ. सिंह का स्मारक इंदिरा गांधी की समाधि शक्ति स्थल और राजीव गांधी की समाधि वीर भूमि के पास बनाने का सुझाव दिया। दूसरी ओर इस विवाद पर भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा के सांसद और प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा- कांग्रेस ने डॉ. सिंह को कभी सम्मान नहीं दिया। आज उनके निधन के बाद भी राजनीति कर रही है।
सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को बताया है कि भूमि अधिग्रहण, ट्रस्ट के गठन जैसी प्रक्रियाओं के पूरा होने के बाद जो भी समय लगेगा, वह काम उचित तरीके से और जल्दी से जल्दी किया जाएगा। भाजपा के एक दूसरे प्रवक्ता सीआर केसवन ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा- यूपीए सरकार ने नरसिंह राव जी के लिए दिल्ली में कभी कोई स्मारक नहीं बनाया। पार्थिव शरीर को कांग्रेस मुख्यालय में भी नहीं रखा। प्रधानमंत्री मोदी ने उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया।