राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

यूपीए ही ‘इंडिया’ है- मोदी

सीकर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राजस्थान की एक सभा में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ पर निशाना साधा और कहा कि यूपीए के गलत कामों को छिपाने के लिए नाम बदला गया है। उन्होंने कहा कि यूपीए ही ‘इंडिया’ है। प्रधानमंत्री राज्य की अशोक गहलोत सरकार पर भी निशाना साधा और कांग्रेस के एक विधायक राजेंद्र गुढ़ा के आरोपों को दोहराते हुए कहा- कांग्रेस की सरकार का मतलब है कि लूट की दुकान और झूठ का बाजार। लूट की दुकान का नया प्रोडक्ट है लाल डायरी। ये कांग्रेस का डिब्बा गोल कर देगी।

इससे पहले सीकर में हुए एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त जारी की। साढ़े आठ करोड़ से अधिक किसानों के खाते में लगभग 17 हजार करोड़ रुपए की किस्त ट्रांसफर की गई। बाद में एक कार्यक्रम में मोदी ने विपक्षी मोर्चे पर तंज करते हुए कहा- यूपीए के काले कारनामों को छिपाने के लिए नया फ्रंट ‘इंडिया’ बनाया गया है। लेकिन जनता सब जानती है। यूपीए के कुकर्म याद ना आए इसलिए इन्होंने अपना नाम बदल लिया है। कांग्रेस आज देश की सबसे बड़ी दिशाविहीन पार्टी बनकर रह गई है।

प्रधानमंत्री मोदी ने सीकर में पार्टी की रैली में कहा- कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने एक नया पैंतरा चलाया है, ये पैतरा है- नाम बदलने का। पहले के जमाने में कोई पीढ़ी या कंपनी बदनाम हो जाती थी, तो तुरंत नया बोर्ड लगाकर लोगों को भ्रमित कर अपना धंधा पानी चलाने की कोशिश करती थी। कांग्रेस भी वहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि ये नाम इसलिए बदला है, ताकि ये गरीबों के साथ किया छलकपट को छिपा सकें।

मोदी ने एक बार फिर विपक्षी गठबंधन की तुलना देश लूटने वाली कंपनी और आतंकवादी संगठनों से की। उन्होंने कहा- इनका तरीका वही, है जो हमेशा देश के दुश्मनों ने अपनाया है। पहले भी इंडिया के नाम के पीछे अपने पाप को छुपाने का प्रयास किया गया है। इंडिया का नाम तो ईस्ट इंडिया कंपनी में भी था। लेकिन इंडिया नाम भारत भक्ति दिखाने के लिए नहीं, बल्कि भारत को लूटने के लिए लगाया गया था। मोदी ने कहा- कांग्रेस के समय ही सिमी बना था, जिसके नाम में भी इंडिया था, जब इसके कुकर्म सामने आए, तो इसे बैन किया गया। फिर ये नया नाम लेकर आए पीएफआई। नाम नया, लेकिन काम वही पुराना। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए यह आरोप भी लगाया कि विपक्षी नेता विदेश जाकर विदेशियों से भारत में दखल देने की मांग करते हैं। उनका इशारा कांग्रेस नेता राहुल गांधी के विदेश दौरों की ओर था।

Tags :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें