ढाका। बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद हिंदुओं और हिंदू धर्मस्थलों पर हो रहे हमलों के बीच देश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस मंगलवार को राजधानी ढाका के ढाकेश्वरी मंदिर पहुंचे। गौरतलब है कि सोशल मीडिया में इस मंदिर पर भी हमले की खबरें प्रसारित हो रही थीं। मोहम्मद यूनुस के दौरे से इन अफवाहों पर विराम लगा है। बहरहाल, मंदिर पहुंचकर नोबल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस ने पुजारियों और बांग्लादेश पूजा, उद्यापन परिषद के अधिकारियों के अलावा मंदिर के प्रबंधन के सदस्यों और आम श्रद्धालुओं से भी मुलाकात की।
गौरतलब है कि, तख्तापलट के बाद बांग्लादेश में हिंसा शुरू हुई औऱ हिंदू समुदाय पर हमले बढ़ते जा रहे हैं। देश के 52 जिलों में हिंदुओं पर हमले के अब तक दो सौ से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। बांग्लादेशी हिंदुओं पर बढ़ते हमलों की वजह से भारत, अमेरिका, ब्रिटेन और कनाडा में भी प्रदर्शन हुए हैं। तभी मोहम्मद यूनुस का ढाकेश्वरी मंदिर में जाना हिंदू समुदाय के लोगों को भरोसा दिलाने और उनसे शांति बनाए रखने की अपील के तौर पर देखा जा रहा है।
मंदिर में लोगों से बातचीत के दौरान यूनुस ने कहा कि लोकतंत्र में कोई हिंदू या मुस्लिम नहीं होता। उन्होंने कहा- हम सभी एक हैं और सभी के लिए अधिकार बराबर हैं। इस बीच बांग्लादेश छोड़कर भारत आईं पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। उनके ऊपर एक दुकानदार की हत्या के आरोप को लेकर सुनवाई शुरू होने वाली है। असल में पिछले महीने 19 जुलाई को आरक्षण पर जारी हिंसा के बीच ढाका के मोहम्मदपुर में एक किराना दुकानदार अबु सईद की पुलिस गोलीबारी में मौत हो गई थी। इसी मामले में पूर्व प्रधानमंत्री हसीना और अन्य छह लोगों को आरोपी बनाया गया है।