मुंबई। महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार दो दिन के भीतर दूसरी बार अपने चाचा और पार्टी के सुप्रीमो शरद पवार से मिलने पहुंचे। इस बार उनके साथ राज्य सरकार में एनसीपी कोटे से शामिल हुए सभी नौ मंत्री भी थे और साथ ही राज्यसभा सांसद प्रफुल्ल पटेल भी थे। छगन भुजबल, दिलीप वलसे पाटिल सहित सभी मंत्री शरद पवार से उनके घर पर मिले। इससे पहले अजित पवार ने उनके घर जाकर शरद पवार की बीमार पत्नी से मुलाकात की थी और उनका हालचाल जाना था।
बहरहाल, रविवार की मुलाकात के बाद मुंबई के वाईबी चव्हाण सेंटर में प्रफुल्ल पटेल ने मीडिया से बातचीत में कहा- आज आदरणीय शरद पवार का आशीर्वाद लेने के लिए अजित पवार, छगन भुजबल और हम सभी आए थे। हमने उनके पैर छूकर विनती की कि पार्टी को एक रखने पर विचार करें। उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। प्रफुल्ल पटेल ने कहा- हम समय ना मांगकर सीधे आए थे। हमें पता चला कि पवार साहब आए हैं, इसलिए मिलने आए और उनके पैर छूकर विनती भी की कि पार्टी को एक रखने पर विचार करें। पवार साहब ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, सिर्फ शांति से सुना।
दूसरी ओर एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने कहा- एनसीपी छोड़ कर सरकार में शामिल होने वाले नौ मंत्री आज अचानक पवार साहब से मिलने आए। सभी ने दिल से खेद व्यक्त किया और विनती की कि यह जो हालात बन गए हैं, उसका कोई समाधान निकालें। जयंत पाटिल ने मीडिया के सवालों के जवाब में कहा- हम सरकार में नहीं हैं, कुछ लोग दूसरी तरफ चले गए हैं और उन्होंने सरकार का समर्थन किया है, लेकिन हमने सरकार का समर्थन नहीं किया है। उन्होंने कहा- हमारी पार्टी में विभाजन हो गया है…यह तथ्य हैं। शरद पवार के नेतृत्व में काम करने वाले हम सभी लोग विधानसभा में शिव सेना और कांग्रेस के साथ बैठेंगे।