मुंबई। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दोनों गुटों का बुधवार कोशक्ति प्रदर्शन हुआ। एनसीपी के 53 विधायकों में से30 विधायक अजित पवार की बैठक में शामिल बताए गएवहीं पांच एमएलसी भी। अजित पवार गुट ने चुनाव आयोग में सौंपे अपन् हलफनामे में 40 विधायकों और सांसदों के समर्थन का की बात कही है।
शरद पवार ग्रुप की वाई बी चह्वाण सेंटर में बैंठक हुई। इसमें करीब 17 विधायक और दो एमएलसी पहुंचे। लोकसभा के चार सांसद बैठक में थे। वहीं, अजित गुट के साथ राज्यसभा का एक सांसद! सुबह 11 बजे अजित पवारके विधायकों की बैठक हुई। अजित गुट का दावा 42 से भी ज्यादा विधायकों के समर्थन का था। लेकिन 30 विधायक ही अजित पवार की बैठक में शामिल हुए बताते है। इस पर
अजित पवार का अपने भाषण में कहना था- ‘एनसीपी के सभी विधायक हमारे साथ हैं। आज कुछ विधायक मेरी बैठक में नहीं पहुंच पाए। कुछ को हमने वाई बी चह्वाण सेंटर में शरद पवार की बैठक में भेज दिया है, लेकिन सारे विधायक हमारे संपर्क में हैं।’ ध्यान रहे यदि अजित पवार के पास 36 से ज्यादा विधायकों का समर्थन होगा तभी दल-बदल कानून से बच जाएंगे। 36 से कम विधायक होने पर निलंबन तय है।
महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर राहुल नार्वेकर ने कहा है कि- ‘अभी किसी भी पक्ष ने दावा नहीं किया है कि पार्टी का विभाजन हुआ है। उम्मीद है कि आगामी मानसून सत्र में इस बारे में स्थिति साफ हो जाएगी कि विधानसभा में पार्टी का मुख्य सचेतक कौन होगा।’
एनसीपी विधायक रोहित पवार ने कहा कि जब हमने 2019 में राजनीति में प्रवेश किया और विधानसभा चुनाव लड़ा, तो पवार साहब 82 वर्ष के थे। हममें से अधिकांश लोग उनके कारण चुनकर आए थे। मुझे नहीं लगता कि उम्र ज्यादा मायने रखती है। जब शरद पवार लोगों के बीच जाएंगे तो पता चल जाएगा कि लोग किसके साथ हैं।
आज खबर यह भी थी कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार गुट की ओर विधायकों और पदाधिकारियों के लिए शपथ पत्र तैयार किया जा रहा है।अजीत पवार की शरद पवार के लिए सेवानिवृत्ति वाली टिप्पणी पर अनिल देशमुख ने भी पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि 82 साल का शेर अभी भी जिंदा है। वे आज भी एक शेर की तरह लड़ रहे हैं।
उधर अजित पवार ने दावा किया है कि 30 जून को कार्यकारिणी की बैठक हुई थी और उसमें शरद पवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से शरद पवार को हटाने के संबंध में प्रस्ताव पारित हुआ था। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अध्यक्ष चुन लिया गया था। उन्होंने कहा कि प्रफुल्ल पटेल ने यह बैठक बुलाई थी। अजित पवार ने अपने गुट की बैठक में कहा, ‘‘भाजपा में, नेता 75 वर्ष की आयु में रिटायर हो जाते हैं, आप कब होने जा रहे हैं।’’ अजित (63) ने कहा, ‘‘हर किसी की अपनी पारी होती है। सबसे सार्थक समय 25 से 75 वर्ष की आयु तक होता है।’’उन्होंने जब यह टिप्पणी की, उस वक्त अजित पवार खेमे के 75 वर्षीय सदस्य छगन भुजबल मंच पर मौजूद थे। भुजबल, एकनाथ शिंदे मंत्रिमंडल में शामिल किये गये नये मंत्री हैं।
शरद पवार ने कहा कि राजनीति में आज संवाद खत्म हो गया है। राजनीति में अगर कुछ गलत हो रहा है तो नेताओं को वह बात सुननी चाहिए। संवाद रखना होता है। संवाद न हो तो देश में अस्वस्थता आती है। कुछ अनुचित हो रहा है तो उसे दुरुस्त करना होता है। संकट बड़ा है, हमें बहुत आगे जाना है। प्रधानमंत्री ने कहा था कि राकांपा ने 70 हजार करोड़ का घोटाला किया। यह आरोप बेबुनियाद है। एक तरफ आप हमारी पार्टी के नेताओं पर आरोप लगाते हैं, फिर दो दिन पहले आपने हमारी ही पार्टी के नेताओं को महाराष्ट्र की सरकार में मंत्री क्यों बनाया?
मुंबई में अपने गुट के नेताओं की बैठक में एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि अगर अजित पवार को कोई समस्या थी तो उन्हें मुझसे बात करनी चाहिए थी। जिस विचारधारा का आपने विरोध किया, उनके साथ जाना योग्य नहीं है। हमारा चुनाव चिह्न न कहीं जाएगा, न हम उसे कहीं जाने देंगे। उनकी बैठक में आपने देखा होगा कि पीछे मेरी तस्वीर लगी थी। उन्हें पता है कि मेरे बिना उनका सिक्का चलेगा नहीं।
पवार ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम भोपाल की रैली में हमारी पार्टी को क्या कुछ नहीं कहा। उन्होंने एनसीपी को भ्रष्ट पार्टी कहा। फिर भी आपने हमारी पार्टी को अपने गठबंधन में जगह दी। उन्होंने कहा कि अजित ने आज जो कुछ भी कहा उसे सुनकर दुख हुआ। आपने गलत किया है तो सजा के लिए तैयार रहिए।
मुंबई के वाईबी चव्हाण केंद्र में शरद पवार के नेतृत्व वाली बैठक में कुल 13 विधायक, 3 एमएलसी और 5 सांसद मौजूद हैं। 13 विधायकों में अनिल देशमुख, रोहित पवार, राजेंद्र शिंगणे, अशोक पवार, किरण लहमाटे, प्राजक्ता तानपुरे, बालासाहेब पाटिल, जीतेंद्र अव्हाड, चेतन विट्ठल तुपे, जयंत पाटिल, राजेश टोपे, संदीप क्षीरसागर और देवेंद्र भुयार शामिल हैं। 5 सांसदों में श्रीनिवास पाटिल (लोकसभा), सुप्रिया सुले (लोकसभा), अमोल कोल्हे (लोकसभा), फौजिया खान (राज्यसभा) वंदना चव्हाण (राज्यसभा) शामिल हैं। 3 एमएलसी में शशिकांत शिंदे, बाबाजानी दुरानी, एकनाथ खडसे शामिल हैं।