मुंबई। एनसीपी के संस्थापक शरद पवार ने अपने भतीजे अजित पवार को परदे के पीछे से समर्थन देने की अटकलों को खारिज किया है। उन्होंने कहा है कि इससे उनका कोई लेना-देना नहीं है और अजित पवार ने सत्ता के लिए यह खेल किया है। पवार ने दो टूक अंदाज में कहा है कि अजित पवार को उनका कोई समर्थन नहीं है और न कोई आशीर्वाद है। उन्होंने कहा कि वे अपनी पार्टी को फिर से खड़ा करेंगे।
अजित पवार की बगावत के एक दिन बाद सोमवार को शरद पवार ने को गुरु पूर्णिमा के मौके पर सतारा जिले के कराड में पूर्व मुख्यमंत्री यशवंतराव चव्हाण को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान उन्होंने शक्ति प्रदर्शन किया। मुंबई से कराड के रास्ते में अनेक जगह लोगों ने उनका स्वागत किया। कराड में उन्होंने एक बड़ी सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी सभी विपक्षी दलों को नष्ट करने की कोशिश कर रही है। लेकिन एनसीपी नई शुरुआत करेगी।
अजित पवार की बगावत को परदे के पीछे से समर्थन के सवाल पर शरद पवार ने कहा- ये एक ओछी बात है। केवल तुच्छ और कम बुद्धि वाले लोग ही ऐसा कह सकते हैं। सिर्फ सत्ता के लिए सब कुछ हो रहा है। अजित पवार ने जो फैसला किया है, वो उनका अपना है। इसका पार्टी से लेना-देना नहीं है। उन्होंने कहा- अजित पवार के साथ मेरा आशीर्वाद नहीं है। उनके फैसले को मेरा समर्थन नहीं है। शरद पवार ने कराड में कहा- सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ मेरी लड़ाई आज से शुरू हो रही है। ऐसे विद्रोह होते रहते हैं। मैं पार्टी का पुनर्निर्माण करूंगा।