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विपक्ष पर मोदी का बड़ा हमला

भाजपा

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्षी पार्टियों पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने बेहद आक्रामक अंदाज में विपक्ष को निशाना बनाया और कहा कि बेंगलुरू में विपक्षी गठबंधन की बैठक को लेकर कहा कि यह सब भ्रष्ट और परिवारवादी नेताओं की बैठक है। उन्होंने कहा कि यह कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन हो रहा है। प्रधानमंत्री ने मंगलवार को पोर्ट ब्लेयर के वीर सावरकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के नए टर्मिनल का वर्चुअल तरीके से उद्घाटन किया इनॉगरेशन किया। इस टर्मिनल को 710 करोड़ रुपए की लागत से बनाए गया है और वहां एक साथ 10 प्लेन पार्क हो सकेंगे।

प्रधानमंत्री ने वहां मौजूद लोगों को संबोधित करते उन्हें प्रोजेक्ट के बारे में बताया और साथ ही विपक्षी पार्टियों पर हमला किया। उस समय बेंगलुरू में विपक्षी पार्टियों की बैठक चल रही थी। उसे निशाना बनाते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- बेंगलुरू में 2024 लोकसभा चुनाव के लिए 26 दल इकट्‌ठा हुए हैं। देश की जनता कह रही है कि ये तो कट्टर भ्रष्टाचारी सम्मेलन हो रहा है। इनका लेबल कुछ और है और प्रोडक्ट कुछ और। इनका एक ही एजेंडा है- न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही। देश की जनता इनसे सतर्क रहे।

मोदी ने बेंगलुरू बैठक में शामिल 26 विपक्षी पार्टियों को निशाना बनाते हुए कहा- लंबे समय तक भारत में विकास का दायरा कुछ बड़े शहरों और कुछ क्षेत्रों तक सीमित रहा। कुछ दलों की स्वार्थ भरी राजनीति के कारण विकास का लाभ देश के दूर-दराज वाले इलाकों तक पहुंचा ही नहीं। उन्होंने आगे कहा- ये दल बेंगलुरू में इकट्‌ठा हुए हैं। इसमें जेल जाने वालों को खास न्योता भेजा गया है। उनकी दुकान में भ्रष्टाचार की गारंटी है। ये लोग देश के लोकतंत्र और संविधान को अपना बंधक बनाना चाहते हैं। इनके लिए मैं ये ही कहना चाहूंगा- नफरत हैं घोटाले हैं, तुष्टीकरण है, मन काले हैं, परिवारवाद की आग के दशकों से देश हवाले है।

मोदी ने आगे कहा- विपक्षी दलों के लिए देश के गरीबों के बच्चों का विकास नहीं, बल्कि अपने बच्चों और भाई-भतीजों का विकास मायने रखता है। इनकी एक ही विचारधारा और एजेंडा है- अपना परिवार बचाओ, परिवार के लिए भ्रष्टाचार बढ़ाओ। इनके लिए परिवार पहले, देश बाद में है। न खाता न बही, जो परिवार कहे वही सही। उन्होंने कहा- लोकतंत्र लोगों का, लोगों द्वारा और लोगों के लिए होता है, लेकिन वंशवादी राजनीतिक दलों के लिए सब कुछ परिवार का है, परिवार द्वारा है और परिवार के लिए है। देश वंशवादी राजनीति की आग का शिकार है।

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