नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र शुक्रवार, 31 जनवरी से शुरू हो रहा। पहले दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की साझा बैठक को संबोधित करेंगी। इसके अगले दिन यानी शनिवार को बजट पेश होगा। शनिवार को अवकाश के दिन भी संसद की कार्यवाही चलेगी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी। संसद के बजट सत्र को लेकर गुरुवार को सर्वदलीय बैठक हुई। सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक संसद की एनेक्सी में हुई। बैठक में 36 पार्टोयों के 52 नेता शामिल हुए। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसकी अध्यक्षता की।
बैठक में सरकार ने विपक्षी पार्टियों के साथ बजट सत्र के दौरान होने वाले विधायी कामकाज के बारे में चर्चा की। सरकार ने विपक्ष से सहयोग की अपील की। बताया जा रहा है कि सरकार कुल 17 विधेयक पास कराना चाहती है, जिसमें वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन का बिल भी शामिल है। दूसरी ओर विपक्ष ने कई मुद्दों पर सरकार को घेरने की तैयारी की है। दिल्ली विधानसभा चुनाव की वजह से विपक्ष बंटा हुआ दिख रहा है लेकिन सर्वदलीय बैठक के बाद विपक्षी नेताओं ने कहा कि सब मिल कर जनता के मुद्दे उठाएंगे।
बहरहाल, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रीजीजू ने विपक्षी नेताओं से कहा कि वे संसद सत्र के दौरान सहयोग करें ताकि सदन में सुचारू रूप से चर्चा हो सके। संसदीय कार्य मंत्री ने बैठक के बाद बताया कि मीटिंग अच्छी रही। पार्टी नेताओं ने कुछ मुद्दे उठाए हैं और उन पर चर्चा की मांग की। कमेटी तय करेगी कि किन मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। बैठक में पहुंचे कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने फैसला किया है कि ‘इंडिया’ ब्लॉक बजट सत्र में कुंभ, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दों पर चर्चा चाहती है। उन्होंने कहा कि कुंभ में वीआईपी लोगों के आने के कारण आम आदमी परेशान हो रहे हैं।
संसद का बजट सत्र दो चरणों में होगा। पहला चरण 31 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। इसमें नौ बैठकें होंगी। शनिवार, एक फरवरी को बजट पेश होगा। इसके बाद सोमवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर सरकार की ओर से पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छह फरवरी को चर्चा का जवाब दे सकते हैं। बजट सत्र का दूसरा चरण 10 मार्च को शुरू होगा जो चार अप्रैल 2025 तक चलेगा।