कीव। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से गले मिलने के ठीक डेढ़ महीने बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से गले मिले। प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की से कहा कि रूस और यूक्रेन युद्ध में भारत सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा शांति के पक्ष में रहा है। गौरतलब है कि रूस और यूक्रेन में ढाई साल से चल रही जंग के बीच प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे। यूक्रेन के देश बनने के बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यात्रा है।
राजधानी कीव में राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ बैठक में मोदी ने कहा- भारत हमेशा से शांति के पक्ष में रहा है। मैं कुछ दिन पहले रूस के राष्ट्रपति पुतिन से मिला था। तब मैंने मीडिया के सामने उनकी आंख से आंख मिलाकर कहा था कि यह युद्ध का समय नहीं है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी पिछले महीने नौ जुलाई के रूस के दौरे पर थे, जहां वे राष्ट्रपति पुतिन के गले मिले थे और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने इसकी आलोचना की थी।
बहरहाल, पोलैंड के दो दिन के दौरे के बाद प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को यूक्रेन पहुंचे, जहां राजधानी कीव में वे राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिले। मोदी और जेलेंस्की के बीच यूक्रेन के मैरिंस्की पैलेस में करीब तीन घंटे बैठक हुई। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की को भारत आने का न्योता दिया। जेलेंस्की के साथ बैठक के दौरान मोदी ने कहा- भारत और यूक्रेन के रिश्तों के लिए आज ऐतिहासिक दिन है। पहली बार भारत का कोई प्रधानमंत्री यूक्रेन पहुंचा है। कल यूक्रेन का नेशनल डे है। हम आपको इसकी बधाई देते हैं। हम यूक्रेन में शांति की कामना करते हैं।
बैठक के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि दोनों नेताओं ने भारत के रूस से तेल खरीदने पर भी बात की। जयशंकर ने कहा- तेल खरीदी का फैसला मार्केट की हालत के हिसाब से लिया जाता है। इसके पीछे कोई राजनीतिक कारण नहीं है। जयंशकर ने कहा- प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को भारत आने का न्योता दिया है। हमें उम्मीद है कि उनकी सुविधा के हिसाब से जल्दी ही यह यात्रा प्लान की जाएगी।
विदेश मंत्री ने दोनों नेताओं की बातचीत की जानकारी देने के लिए बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- जंग के बीच यूक्रेन में रह रहे भारतीय छात्रों से सावधान रहने की अपील करते हैं। हम उम्मीद करते हैं कि जल्दी ही इस जंग का अंत होगा और सब कुछ फिर से सामान्य हो जाएगा। इससे पहले मोदी जेलेंस्की के साथ यूक्रेन नेशनल म्यूजियम पहुंचे, जहां उन्होंने जंग में मारे गए बच्चों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बच्चों के मेमोरियल पर डॉल भी रखी। प्रधानमंत्री मोदी ने कीव के स्कूल ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में हिंदी सीख रहे यूक्रेनी बच्चों से मुलाकात की। मोदी ने कहा- भारत के लिए संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान सबसे जरूरी है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- शांति के हर प्रयास में भारत सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार है। अगर व्यक्तिगत तौर मैं कोई योगदान कर सकता हूं, तो एक मित्र की तरह मैं यह जरूर करना चाहूंगा। उन्होंने कहा- हम जंग पर कभी भी तटस्थ नहीं रहे हैं। हम पहले दिन से शांति के पक्ष में रहे हैं।