Draupadi Murmu :- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु गुरुवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन के हंसध्वनि सभागार में ‘उत्कर्ष‘ और ‘उन्मेष‘ उत्सव का शुभारंभ करेंगी। संस्कृति और पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया कि केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय के अधीनस्थ संगीत नाटक अकादमी और साहित्य अकादमी द्वारा संस्कृति विभाग मध्य प्रदेश शासन के सहयोग से भोपाल में पहली बार तीन से पांच अगस्त तक भारत की लोक एवं जनजाति अभिव्यक्तियों के राष्ट्रीय उत्सव ‘उत्कर्ष‘ एवं ‘उन्मेष‘ का आयोजन हो रहा है। शुक्ला ने बताया कि उत्कर्ष उत्सव में देश के 36 राज्यों एवं केन्द्र शासित प्रदेशों के लगभग 800 कलाकार लोक एवं जनजातीय प्रदर्शन कलाओं की सतरंगी छटा बिखेरेंगे।
संगीत नाटक अकादमी भारत सरकार की अध्यक्ष डॉ. संध्या पूरेचा ने बताया कि उत्कर्ष उत्सव में शाम 5 बजे से रवीन्द्र भवन के सभागार में भारत के लोक-नृत्य और जनजातीय नृत्यों की प्रस्तुति दी जाएगी। पहले दिन गुरुवार को शाम पोच बजे से विभिन्न राज्यों के लोक नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी। लेह एवं लद्दाख का जबरो नृत्य, नागालैंड का सुमी वार, सिक्किम का सिंधी छम, मध्यप्रदेश का राई एवं नरेरी, मेघालय का बांग्ला, महाराष्ट्र का लावणी, असम का बीहू, ओडिशा का सिंगारी, झारखंड का पाईका और आंध्र प्रदेश के टप्पेटा गुल्लू नृत्य की प्रस्तुति दी जाएगी।
भारतीय साहित्य अकादमी के सचिव डॉ. के. श्रीनिवास राव ने बताया कि उन्मेष उत्सव एशिया का सबसे बड़ा साहित्यिक सम्मेलन है। इसमें बहुभाषी कविता पाठ, लेखन पाठ, आदिवासी कवि सम्मेलन, साहित्य के विषयों पर परिचर्चा, आजादी का अमृत महोत्सव पर कविता पाठ और साहित्य के उत्थान संबंधी विभिन्न विषयों पर प्रबुद्धजन द्वारा विमर्श किया जाएगा। साथ ही ‘पुस्तक मेला‘ में साहित्य अकादमी और अन्य प्रकाशकों की पुस्तकें बिक्री के लिए सुबह 10 बजे से शाम छह बजे तक उपलब्ध रहेंगी। साहित्य अकादमी द्वारा प्रख्यात लेखकों पर बनी डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई जायेगी। (आईएएनएस)