नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रेस कॉन्फ्रेंस करके वोट चोरी का आरोप लगाया। उन्होंने गुरुवार को कांग्रेस मुख्यालय इंदिरा भवन में सुबह 11 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसमें कर्नाटक की आलंद विधानसभा सीट पर छह हजार से ज्यादा मतदाताओं के नाम काटे जाने के प्रयास का आरोप लगाया और कहा कि उन्हें नहीं पता है कि कितने नाम काटे गए। राहुल ने कहा कि इससे ज्यादा नाम काटे गए हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सेंट्रलाइज्ड सिस्टम के जरिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करके लोगों के नाम डिलीट किए जा रहे हैं और मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ऐसा करने वालों की रक्षा कर रहे हैं। इससे पहले राहुल ने सात 7 अगस्त को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
गुरुवार को राहुल ने करीब आधे घंटे प्रजेंटेशन में वोट चोरी के आरोप लगाए और सबूत भी दिखाए। उन्होंने कहा, ‘चुनाव आयोग जान बूझकर कांग्रेस के वोटों को निशाना बना रहा है और उनके नाम डिलीट कर रहा है’। राहुल ने मंच पर ऐसे लोगों को पेश किया, जिनके नाम काटे गए हैं और ऐसे लोगों को भी पेश किया, जिनके नाम का इस्तेमाल करके दूसरे लोगों के वोट काटे गए हैं। राहुल ने आरोप लगाया कि भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार उन लोगों की रक्षा कर रहे हैं, जिन्होंने भारतीय लोकतंत्र को बरबाद कर दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा और यूपी में यही हो रहा है।
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद विधानसभा सीट के बारे में बताते हुए कहा, ‘2023 के चुनाव में किसी ने 6,018 वोट डिलीट करने की कोशिश की। इसकी संख्या ज्यादा भी हो सकती है। हमें नहीं पता कि कुल कितने वोट डिलीट किए गए। इन्हें डिलीट करते समय गलती से मामला पकड़ में आ गया’। उन्होंने कहा, ‘हुआ यूं कि वहां की एक बूथ लेवल अधिकारी ने देखा कि उसके चाचा का वोट डिलीट हो गया है। उसने जांच की तो पाया पड़ोसी ने वोट डिलीट किया था। बीएलओ ने उससे बात की। जब उसने अपने पड़ोसी से पूछा तो उसने कहा कि मैंने कोई वोट डिलीट नहीं किया। यानी न तो जिस व्यक्ति ने वोट डिलीट किया और न ही जिसका वोट डिलीट हुआ, दोनों को इस बारे में कुछ पता था। असल में किसी और ताकत ने सिस्टम को हाईजैक करके ये वोट डिलीट किए थे’।
राहुल की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान 63 साल की गोदाबाई का वीडियो दिखाया गया। इसमें उन्होंने कहा, मेरा वोट डिलीट किया गया। मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है’। राहुल ने दावा किया कि गोदाबाई के नाम से फेक लॉगिन बनाया गया और 12 वोटर्स के नाम डिलीट किए गए। उन्होंने दावा किया कि आलंद में जिन मतदाताओं के नाम डिलीट किए गए उनको हटाने के लिए दूसरे राज्यों में ऑपरेट हो रहे मोबाइल नंबर का इस्तेमाल किया गया। राहुल ने प्रजेंटेशन में उनके नंबर भी बताए। राहुल गांधी ने मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार पर वोट चोरों की मदद का आरोप लाया। उन्होंने कहा, ‘मैं ज्ञानेश कुमार के खिलाफ इतने सीधे आरोप क्यों लगा रहा हूं? कर्नाटक में इस मामले की जांच जारी है। कर्नाटक सीआईडी ने 18 महीनों में चुनाव आयोग को 18 पत्र भेजे। कुछ बहुत ही सरल तथ्य मांगे हैं। लेकिन चुनाव आयोग ने नहीं दी। ऐसा क्यों किया जा रहा है, क्योंकि इससे हमें पता चल जाएगा कि यह ऑपरेशन कहां से चल रहा है।