नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने आईआईटी मद्रास के छात्रों से मुलाकात की है और उनसे बातचीत में उनके सवालों का जवाब दिया। राहुल ने खुद इस मुलाकात और सवाल जवाब के सेशन का वीडियो जारी किया। छात्रों से बातचीत का वीडियो शेयर करते हुए राहुल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘सरकारों को एजुकेशन सेक्टर में खर्च बढ़ाना चाहिए। निजीकरण और वित्तीय सहायता के जरिए क्वालिटी एजुकेशन हासिल नहीं किया जा सकता है’।
बातचीत के क्रम में राहुल गांधी से एक छात्र ने पूछा कि कांग्रेस और भाजपा की कार्यशैली में क्या अंतर है। इसका जवाब देते हुए राहुल ने कहा, ‘कांग्रेस और यूपीए का आम तौर पर मानना है कि संसाधन निष्पक्ष तरीके से सभी में बंटने चाहिए। विकास सबके लिए बराबर होना चाहिए। समाज का कोई वर्ग इससे ना छूटे’। उन्होंने आगे कहा, ‘वहीं, भाजपा वाले ग्रोथ को लेकर अधिक आक्रामक रहते हैं। उनका मानना है कि संसाधनों पर फोकस करना चाहिए। वे आर्थिक रूप से इसे ट्रिकल डाउन कहते हैं। सामाजिक मामलों पर कांग्रेस का मानना है कि समाज जितना सौहार्द से भरा होगा। उतने कम लोग लड़ेंगे’
एक अन्य सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, ‘सबसे महत्वपूर्ण बात है कि भारत चीन और अमेरिका के बीच के संघर्ष के बीच कैसे और किस ओर आगे बढ़ता है। अमेरिका और चीन के प्लान के बीच भारत का क्या होने जा रहा है। यह सबसे बड़ा सवाल है। जब दो शक्तियां आमने-सामने हैं, तब भारत के पास संतुलन बनाने की क्षमता है। भारत एक ऐसे स्थान पर है, जहां इसे अपने पावर से कहीं ज्यादा हासिल हो सकता है। अगर भारत इसी स्थिति में आगे चल पाता है, तो हमें फायदा मिलेगा’।