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मनुस्मृति लेकर राहुल का भाषण

india china border disputeImage Source: ANI

नई दिल्ली। संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन शनिवार को राहुल गांधी ने भाषण दिया। पहले दिन शुक्रवार को संविधान पर चर्चा शुरू हुई तो सरकार की ओर से रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने और विपक्ष की ओर से प्रियंका गांधी वाड्रा ने शुरुआत की थी। दूसरे दिन प्रधानमंत्री का भाषण हुआ लेकिन उससे पहले दिन में राहुल गांधी बोले। शनिवार को राहुल ने अपने भाषण के दौरान एक हाथ में संविधान और दूसरे में मनुस्मृति की कॉपी लेकर भाजपा से पूछा कि उसे संविधान पसंद है या मनुस्मृति। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा के राज में शासन मनुस्मृति से चलाया जा रहा है।

शनिवार को दूसरे दिन की चर्चा की शुरुआत संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजीजू ने की। इसके बाद डीएमके सांसद की इस बात पर विवाद हुआ कि भाजपा हिंदू राष्ट्र बनाना चाहती है। भाजपा ने उनसे सबूत देने को कहा। इसके बाद राहुल गांधी का भाषण हुआ। करीब आधे घंटे के अपने भाषण में राहुल ने सावरकर का जिक्र किया और दावा किया कि सावरकर संविधान को नहीं मानते थे। वे कहते थे कि इसमें भारत का कुछ भी नहीं है।

राहुल ने भाजपा सरकार पर युवाओं का अंगूठा काट लेने का आरोप लगाते हुए कहा- जैसे एकलव्य का अंगूठा काटकर द्रोणाचार्य ने उनका हुनर ले लिया था। उसी तरह भाजपा सरकार अग्निवीर से युवाओं का अंगूठा काट रही है। उन्होंने आगे कहा- अडानी को सारे कारोबार, इंडस्ट्री, पोर्ट, एयरपोर्ट देकर किसानों और युवाओं का गला काटा जा रहा है। राहुल के बयान पर भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा- आप अंगूठा काटने की बात कर रहे हैं। आपकी सरकार में तो सिखों का गला काटा गया, आपको देश से माफी मांगनी चाहिए।

बहरहाल, राहुल ने कहा- सावरकर बोलते थे कि भारत के संविधान के बारे में सबसे बुरी बात यह है कि इसमें कुछ भी भारतीय नहीं है। वे मनुस्मृति की बात करते थे। क्या भाजपा अपने नेता के शब्दों के साथ है। वो संविधान की बात करती है तो सावरकर को ही शर्मिंदा करती है। राहुल ने कहा- हाथरस में रेप पीड़िता का परिवार घर में बंद रहता है और अपराधी बाहर घूमते हैं। पीड़ित परिवार को धमकाते हैं। ये संविधान में नहीं लिखा है। ये मनु स्मृति में लिखा है। भाजपा की किताब में लिखा है। आपके राज में मनु स्मृति लागू हो रही है।

By NI Desk

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