violence Sambhal: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और पार्टी की सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा बुधवार को उत्तर प्रदेश के हिंसा प्रभावित संभल नहीं जा सके।
दोनों नेता पिछले दिनों संभल में हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने जा रहे थे। लेकिन पुलिस ने बैरिकेडिंग करके उनको गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया।
कहा जा रहा है कि कांग्रेस के नेता एक बार फिर छह दिसंबर को संभल जाने का प्रयास करेंगे। दूसरी ओर प्रदेश पुलिस ने शांति भंग होने की आशंका में बाहरी लोगों का संभल में प्रवेश रोका हुआ है।
काफिले को गाजीपुर बॉर्डर पर रोका
राहुल और प्रियंका गांधी वाड्रा को संभल नहीं जाने देने की कांग्रेस की कई सहयोगी पार्टियों ने आलोचना की और इसे तनाशाही कहा है।
बहरहाल, राहुल और प्रियंका बुधवार की सुबह संभल जाने के लिए निकले। लेकिन उत्तर प्रदेश पुलिस ने उनके काफिले को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया।
इससे दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे पर करीब चार घंटे तक कई किलोमीटर लंबा जाम लगा रहा। राहुल और प्रियंका करीब तीन घंटे तक बॉर्डर पर रूके रहे।
खबर है कि जाम की वजह से ट्रैफिक में फंसे लोग नाराज हो गए। उनकी कांग्रेस कार्यकर्ताओं से झड़प हुई। लोगों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पीट दिया।
इससे पहले राहुल ने भी पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने कहा- मैं पुलिस की गाड़ी में अकेले जाने को तैयार हूं। लेकिन अधिकारी राजी नहीं हुए।
राहुल हाथ में संविधान लेकर कार पर चढ़ गए। उन्होंने वहां इकट्ठा मीडिया को संबोधित किया। इसके बाद राहुल और प्रियंका दिल्ली लौट गए।
उन्होंने कहा- अब छह दिसंबर को संभल जाएंगे। गौरतलब है कि संभल में कोर्ट के आदेश पर 24 नवंबर को जामा मस्जिद का सर्वे किया जा रहा था।
इस दौरान हिंसा भड़क गई थी, जिसमें गोली लगने से चार युवकों की मौत हो गई थी। इससे पहले, शनिवार को सपा और रविवार को कांग्रेस के प्रतिनिधियों ने भी संभल जाने का ऐलान किया था।
हालांकि, पुलिस ने जगह जगह घेराबंदी करके किसी को संभल नहीं जाने दिया। बुधवार को भी कांग्रेस की विधायक अनुराधा मिश्रा उर्फ मोना मिश्रा को भी उनके घर में नजरबंद कर दिया गया।