मुंबई। विधानसभा चुनावों की घोषणा से पहले एक से बढ़ कर एक लोक लुभावन कार्यक्रम घोषित कर रही महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने सोमवार को एक अनोखा फैसला किया है। शिंदे सरकार ने देसी गाय को राज्यमाता का दर्जा दिया है। सोमवार को कैबिनेट की बैठक में यह फैसला किया गया। शिव सेना, भाजपा और एनसीपी की महायुति सरकार ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। शिंदे ने कहा कि स्वदेशी गायें हमारे किसानों के लिए वरदान हैं। इसलिए हमने इन्हें राज्यमाता का दर्जा देने का फैसला लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनका सरकार गोशालाओं में स्वदेशी गायों के पालन पोषण के 50 रुपए प्रतिदिन की सब्सिडी योजना लागू करने जा रही है। गोशालाएं अपनी कम आय के चलते यह खर्च नहीं उठा सकती थीं, इसलिए यह फैसला किया गया है। सरकार की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया कि वैदिक काल से भारतीय संस्कृति में देसी गाय के महत्व, मानव आहार में देसी गाय के दूध की उपयोगिता, आयुर्वेद चिकित्सा, पंचगव्य उपचार पद्धति और जैविक कृषि प्रणालियों में देसी गाय के गोबर और गोमूत्र के अहम स्थान को देखते हुए देसी गाय को राज्यमाता घोषित करने की मंजूरी दी गई है।
गौरतलब है कि मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के नेतृत्व में चुनाव आयोग की टीम ने पिछले हफ्ते राज्य का दो दिन का दौरा किया था। राजीव कुमार ने शनिवार, 28 सितंबर को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। इसके पहले चुनाव की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। तारीखों का ऐलान अगले महीने होने की उम्मीद है।