इम्फाल। पिछले करीब डेढ़ साल से चल रही जातीय हिंसा के बीच मणिपुर में पहली बार रॉकेट बम से हमला हुआ है। वह भी हमला राज्य के पहले मुख्यमंत्री के घर पर हुआ है। इससे तीन दिन पहले ही मणिपुर में पहली बार ड्रोन से हमला हुआ था, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई थी। शुक्रवार को हिंसाग्रस्त बिष्णुपुर जिले में राज्य के पहले मुख्यमंत्री मैरेम्बम कोइरेंग के घर पर रॉकेट बम से हमला किया गया। इस हमले में एक बुजुर्ग व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
शुक्रवार, छह सितंबर की सुबह बिष्णुपुर जिले में स्थित मोइरांग से करीब चार किलोमीटर दूर ट्रोंगलाओबी इलाके में रॉकेट बम से हमला हुआ। इसमें दो इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं। पुलिस के मुताबिक, मोइरांग में पहले कभी बंदूक और बम से हमला नहीं हुआ था, जिस वजह से स्थानीय लोगों में दहशत है। इससे पहले तीन सितंबर को मणिपुर में इम्फाल जिले के सेजम चिरांग गांव में उग्रवादियों ने ड्रोन अटैक किया था, जिसमें एक महिला सहित तीन लोग घायल हुए थे। उससे पहले एक सितंबर को कोत्रुक गांव में ड्रोन से हमला किया गया था, जिसमें दो लोगों की मौत हुई थी और नौ लोग घायल हुए थे।
माना जा रहा है कि कुकी उग्रवादियों को ड्रोन से हमले के लिए म्यांमार से सहयोग और प्रशिक्षण मिल रहा है। मणिपुर सरकार ने ड्रोन हमले की जांच करने के लिए हाईलेवल कमेटी का गठन किया है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने पहली बार मणिपुर में एंटी ड्रोन मीडियम मशीन गन के इस्तेमाल की मंजूरी दी है। यह फैसला राज्य में हुए दो ड्रोन हमलों के बाद किया गया है। गौरतलब है कि मणिपुर में मई 2023 से कुकी और मैती समुदाय के बीच हिंसा चल रही है।