नई दिल्ली। अडानी समूह की ग्रीन एनर्जी कंपनी को लेकर अमेरिका में लगे आरोपों पर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड यानी सेबी जांच कर सकती है। बताया जा रहा है कि सेबी अब अडानी समूह पर गलत जानकारी देने और निवेशकों को गुमराह करने के लिए जांच कर सकती है। जानकार सूत्रों के मुताबिक सेबी इस बात की जांच करेगी कि अडानी समूह ने बाजार में होने वाली गतिविधियों की जानकारी साझा करने के अनिवार्य नियमों का उल्लंघन किया है या नहीं।
अंतरराष्ट्रीय मीडिया समूह ‘ब्लूमबर्ग’ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सेबी ने स्टॉक एक्सचेंजों के अधिकारियों से पूछा है कि उनके सामने क्या अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड ने रिश्वतखोरी के आरोपों में अमेरिकी न्याय विभाग की जांच का उचित रूप से खुलासा नहीं किया था? रिपोर्ट के मुताबिक, अगले दो सप्ताह में सेबी इस बारे में जानकारी इकट्ठा करेगी, जिसके बाद यह तय किया जाएगा कि सेबी औपचारिक जांच शुरू करना चाहती है या नहीं।
सेबी ने पहले भी डिस्क्लोजर मानदंडों जैसे मामलों के लिए अडानी समूह की जांच की है। हालांकि अभी तक निष्कर्षों का खुलासा नहीं किया है। गौरतलब है कि गौतम अडानी पर बुधवार को अमेरिका की एक अदालत में गंभीर आरोप लगे। पर ग्रीन एनर्जी से जुड़े करार के लिए रिश्वत देने, अमेरिकी निवेशकों से धोखाधड़ी करने और न्याय प्रक्रिया को बाधित करने के आरोप लगे हैं। इतना ही नहीं गौतम अडानी और उनके भतीजे सागर अडानी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट भी जारी किया गया है।