कोलकाता। राधागोविंद कर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल की जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और जघन्य हत्या के मामले में गिरफ्तार मुख्य आरोपी संजय रॉय सहित छह लोगों का पॉलीग्राफ टेस्ट होगा। इनमें कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष भी शामिल हैं। उनके अलावा पीड़ित डॉक्टर के साथ आठ अगस्त की रात डिनर करने वाले चार डॉक्टर भी शामिल हैं। अदालत के आदेश से इन सभी लोगों का टेस्ट होगा। इस बीच कलकत्ता हाई कोर्ट ने आरजी कर अस्पताल के वित्तीय मामलों की जांच भी सीबीआई को सौंप दी है।
इससे पहले शुक्रवार, 23 अगस्त को सीबीआई ने मुख्य आरोपी संजय रॉय को सियालदह की विशेष अदालत में पेश किया। जहां कोर्ट ने उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। सुनवाई के दौरान संजय पॉलीग्राफी टेस्ट के लिए तैयार हो गया था। उधर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में नौ अगस्त को एक जूनियर डॉक्टर से बलात्कार और हत्या के विरोध में कोलकाता के डॉक्टर्स शुक्रवार को 15वें दिन भी हड़ताल पर रहे।
हड़ताल कर रहे डॉक्टरों ने कहा- हमें न्याय नहीं मिला है। इसलिए काम पर नहीं लौटेंगे। इधर, दूसरे संगठनों यूनाइटेड डॉक्टर्स फ्रंट एसोसिएशन, रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया मेडिकल एसोसिएशन ने हड़ताल खत्म कर दी। इससे एक दिन पहले सुप्रीम कोर्ट में 22 अगस्त को सुनवाई के दौरान जस्टिस पारदीवाला ने फटकार लगाते हुए कहा कि राज्य सरकार ने इस केस में इस तरह से काम किया, जो मैंने अपने 30 साल के करियर में नहीं देखा। कोलकाता पुलिस की भूमिका पर संदेह है। सर्वोच्च अदालत ने डॉक्टरों से हड़ताल खत्म करने को कहा था। गौरतलब है कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने 13 अगस्त को यह मामला सीबीआई को सौंपा था। सुप्रीम कोर्ट में मामले की अगली सुनवाई पांच सितंबर को होगी।