राज्य-शहर ई पेपर व्यूज़- विचार

अनशन पर बैठे सोनम वांगचुक

Image Source: ANI

नई दिल्ली। लद्दाख को पूर्ण राज्य का दर्जा देने और लद्दाख का पर्यावरण बचाने की मांग लेकर पदयात्रा करके दिल्ली पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। हिरासत में लिए जाने के बाद वांगचुक ने मंगलवार को दिल्ली के बवाना पुलिस स्टेशन में अनिश्चितकाल के लिए अनशन शुरू कर दिया। सोनम वांगचुक 120 लोगों के जत्थे के साथ सोमवार देर रात दिल्ली पहुंचे। सभी लोगों के सिंघु बॉर्डर पर रोक दिया गया और बाद में सबको हिरासत में ले लिया गया। उनको दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती पर राजघाट जाकर श्रद्धांजलि देनी थी।

पुलिस ने बताया है कि सोनम वांगचुक दिल्ली बॉर्डर पर रात बिताना चाहते थे। दिल्ली में पांच अक्टूबर तक धारा 163 लागू है। मार्च कर रहे लोगों को वापस जाने के लिए कहा गया था, जब वे नहीं माने तब उन्हें हिरासत में लिया गया। वांगचुक को हिरासत में लेने का मामला मंगलवार को दिल्ली हाई कोर्ट पहुंच गया। एक याचिका में सोनम वांगचुक और अन्य लोगों की रिहाई का आदेश देने की अपील की गई है। कोर्ट तीन अक्टूबर को इस मामले की सुनवाई के लिए तैयार हो गई है। चीफ जस्टिस मनमोहन और जस्टिस तुषार राव गेडेला की अगुवाई वाली बेंच ने याचिकाकर्ता को मंगलवार दोपहर साढ़े तीन बजे तक सभी जरूरी दस्तावेज दाखिल करने को कहा था।

सोनम वांगचुक ने एक महीने पहले 120 लोगों के साथ लेह से दिल्ली में बापू की समाधि स्थल तक पैदल मार्च निकाला था। करीब सात सौ किलोमीटर पैदल यात्रा को उन्होंने ‘दिल्ली चलो पदयात्रा’ नाम दिया। वांगचुक ने सोमवार रात हिरासत में लिए जाने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा- मुझे दिल्ली की बॉर्डर पर डिटेन किया गया है। कुछ लोग कह रहे हैं कि यहां एक हजार पुलिसवाले हैं। हमारे साथ कई बुजुर्ग हैं। हमारे भाग्य क्या लिखा है, हमें नहीं पता। हम दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र और लोकतंत्र की जननी में बापू की समाधि तक शांतिपूर्ण मार्च पर थे। हे राम। इसके बाद उनको हिरासत में लिए जाने की राहुल गांधी सहित तमाम विपक्षी नेताओं ने आलोचना की।

Tags :

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *