नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की कंपनियों पर छापेमारी के एक दिन बाद प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने छत्तीसगढ़ और झारखंड में भी कई जगह छापेमारी की है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा और मुख्यमंत्री के ओएसडी सहित कुछ और लोगों के यहां ईडी ने छापा मारा है। गौरतलब है कि बुधवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री का जन्मदिन था और उस दिन सुबह सुबह उनके करीबी सहयोगियों के यहां ईडी ने छापा मारा। इस छापेमारी को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया।
झारखंड में शराब के कथित घोटाले से जुड़े मामले में ईडी ने कई जगह छापेमारी की। योगेंद्र तिवारी और उनके कई करीबियों के यहां छापे मारे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता और राज्य सरकार के मंत्री के रिश्तेदारों के यहां भी छापे मारे गए। इसके अलावा रांची शहर के एक जाने माने कारोबारी के यहां भी ईडी ने छापा मारा। कांग्रेस और जेएमएम ने इसे बदले की कार्रवाई बताया है।
इससे पहले 21 और 22 अगस्त को ईडी ने पश्चिम बंगाल में लीप्स एंड बाउंड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में छापा मारा था। कंपनी के तीन ऑफिस में यह छापेमारी की गई। ईडी ने बुधवार यानी 23 अगस्त को यह जानकारी दी है। इस कंपनी के मिख्य कार्यकारी अधिकारी तृणमूल कांग्रेस सांसद अभिषेक बनर्जी थे। बताया जा रहा है कि कंपनी के कोलकाता स्थित ऑफिस पर छापेमारी कर कई आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ईडी का दावा है कि जब्त किए गए दस्तावेज करोड़ों रुपए के संदिग्ध लेन-देन के हैं।
यह कार्रवाई पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में की गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मामले में अभिषेक बनर्जी ने खुद पर लगे आरोपों को बेबुनियाद बताया है। उन्होंने कहा कि ईडी राजनीतिक बदले के तहत कार्रवाई कर रही है। सेंट्रल एजेंसी ने भद्रा को इस मामले में इस साल 30 मई को गिरफ्तार किया था।