गुरुग्राम। हरियाणा के नूंह में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद जिला के कलेक्टर और एसपी दोनों को वहां से हटा दिया गया है। हरियाणा सरकार ने पहले एसपी को हटाया और उसके कुछ घंटे बाद ही कलेक्टर को भी हटा दिया। गौरतलब है कि 31 जुलाई को ब्रजमंडल यात्रा के दौरान नूंह में बड़ी सांप्रदायिक हिंसा हुई थी, जिसकी आग बाद में गुरुग्राम तक पहुंच गई थी। इस हिंसा में सात लोगों की मौत हुई है। दंगे के बाद कई इलाकों में अब भी धारा 144 लगी है और इंटरनेट पर पाबंदी है।
बहरहाल, हरियाणा सरकार ने नूंह के कलेक्टर प्रशांत पंवार को हटा दिया है। उनकी जगह धीरेंद्र खड़गटा नए कलेक्टर होंगे। खड़गटा पहले भी नूंह में डीसी रह चुके हैं। इससे पहले गुरुवार देर रात हिंसा प्रभावित नूंह जिले के पुलिस अधीक्षक यानी एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर दिया। वे हिंसा के दिन छुट्टी पर थे। उन्हें अब भिवानी जिले का एसपी बनाया गया है। उनकी जगह पर नरेंद्र बिजारणिया को नूंह का एसपी बनाया गया है। बिजारणिया पहले भिवानी के एसपी थे।
इस बीच नूंह हिंसा के चार दिन बाद शुक्रवार को प्रशासन ने शहर के नल्हड़ शिव मंदिर के पास 20 घरों व दुकानों और तावडू इलाके में करीब ढाई सौ झुग्गी-झोपड़ियों पर बुलडोजर चलाया। ये अवैध निर्माण थे। बताया जा रहा है कि इस इलाके में बड़ी संख्या में रोहिंग्या और बांग्लादेशी रहते हैं, जिनमें से कई ने दंगे में हिस्सा लिया था। कई युवकों के नाम भी एफआईआर में शामिल हैं। दूसरी ओर नूंह में हुई हिंसा के विरोध में गुरुग्राम के पटौदी में हिंदू संगठनों ने मार्च निकाला। हिंदू संगठन पटौदी के पुराने कोर्ट पर इकट्ठा हुए और बाजार में दुकानों को बंद करते हुए एसडीएम ऑफिस पहुंचे।
पिछले चार दिन की घटनाओं को देखते हुए शुक्रवार को जुमे की नमाज शांतिपूर्ण संपन्न कराने की चुनौती थी। पुलिस व प्रशासन ने लोगों से घरों में ही जुमे की नमाज अदा करने का अनुरोध किया था। इस पर नूंह और गुरुग्राम में जुमे की नमाज घरों में अदा हुई। हिंसा के चलते अब भी चार जिलों- नूंह, पलवल, फरीदाबाद और गुरुग्राम में हालात तनावपूर्ण हैं। चारों जिलों में अर्धसैनिक बलों की 20 कंपनियां तैनात की गई हैं।