इंफाल। मणिपुर की हिंसा और महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार के मसले पर संसद में चर्चा नहीं हो पा रही है और इस बीच मणिपुर में हिंसा थम नहीं रही है। राज्य में एक बार फिर कुछ इलाकों में फायरिंग और आगजनी की घटना हुई है। बताया जा रहा है कि बुधवार को हुई घटना म्यांमार की सीमा के पास हुई है। जिस गांव में घटना हुई है वहां कुकी और मैती दोनों समुदायों के लोग रहते हैं।
दूसरी ओर कांगपोकपी जिले में एक भीड़ ने सुरक्षा बलों की दो बसें जला दीं। यह घटना मंगलवार की है। अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार शाम को दो बसें दीमापुर से आ रही थीं। भीड़ ने उन्हें रोका और चेक किया कि उनमें विरोधी समुदाय के लोग तो नहीं हैं। इस बीच बसों में आग लगा दी गई। घटना में किसी के मारे जाने की जानकारी नहीं है।
बहरहाल, म्यांमार सीमा के पास मोरेह गांव में बुधवार सुबह से कई घरों में आगजनी की गई। भीड़ ने खाली घरों को आग लगा दी। पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। मोरेह म्यामांर सीमा से लगने वाला इलाका है। वहां कुकी बहुल आबादी है, लेकिन मैती भी अच्छी तादाद में रहते आए हैं। बताया जा रहा है कि कुकी लोगों ने खाली मैती घरों में आग लगाई है। हिंसा में कई लोगों के घायल होने की खबर है।