Lahaul and Spiti:- हिमाचल प्रदेश के मंत्री जगत सिंह नेगी और मुख्य संसदीय सचिव संजय अवस्थी बृहस्पतिवार को लाहौल व स्पीति जिले में चंद्रताल पहुंच गए हैं। गुरुवार सुबह लाहौल और स्पीति में बचाव अभियान शुरू होने के साथ ही सुदूर चंद्रताल झील से काजा तक फंसे हुए 60 पर्यटकों को निकाला गया है।
चंद्रताल में शनिवार से करीब 300 लोग फंसे हुए हैं, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक हैं और मंगलवार को दो बुजुर्गों तथा एक लड़की सहित सात बीमार लोगों को हवाई मार्ग से भुंतर पहुंचाया गया। लाहौल व स्पीति के उपायुक्त राहुल कुंवर ने कहा, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी बुधवार देर रात करीब दो बजे चंद्रताल पहुंचे। फंसे हुए पर्यटकों का पहला जत्था सुबह करीब आठ बजे चंद्रताल से चला और कुंजुम पास पहुंचा। उनके सुबह साढ़े 10 बजे के बाद लोसर पहुंचने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, पर्यट को काजा ले जाने से पहले लोसर में भोजन तथा दवाइयां दी गईं। उन्होंने कहा कि पुलिस अधीक्षक (एसपी) बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं। अधिकारियों ने बताया कि नेगी को चंद्रताल पहुंचने में करीब 18 घंटे लगे क्योंकि सड़क बचाव दल को कुंजुम दर्रे से चंद्रताल तक तीन से चार फुट बर्फ से ढके मार्ग को साफ करने के लिए संघर्ष करना पड़ा।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार को लोसर, चंद्रताल, सिर्रू और मनाली का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने चंद्रताल से लोगों को निकालने के कार्य को ‘चुनौतीपूर्ण’ बताया। उन्होंने आदिवासी किन्नौर जिले से नाता रखने वाले राजस्व मंत्री को चंद्रताल में बचाव प्रयासों में सहायता करने का काम सौंपा है। राज्य सरकार के मुताबिक, इस पहाड़ी राज्य से अभी तक 60,000 पर्यटकों को निकाला जा चुका है। शिमला समेत राज्य के कई हिस्सों में बुधवार रात से बारिश हो रही है। मौसम विज्ञान विभाग ने 15 और 16 जुलाई को भारी बारिश, तूफान और बिजली कड़कने की भविष्यवाणी की गई है। (भाषा)