सीकर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरोप लगाया कि सीकर में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से उनका भाषण हटा दिया गया। गहलोत वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए इस कार्यक्रम में में शामिल हुए। लेकिन कार्यक्रम में उनके शामिल होने को लेकर राजस्थान और केंद्र सरकार के बीच विवाद हो गया। गहलोत ने गुरुवार सुबह एक ट्विट कर खुद इस बात की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के कार्यक्रम से उनका तीन मिनट भाषण था, जिसे हटा दिया गया।
उन्होंने ट्विट करके कहा कि उनका भाषण हटा दिया गया है इसलिए भाषण के जरिए वे प्रधानमंत्री का स्वागत नहीं कर पाएंगे। गहलोत ने लिखा- अब मैं इस ट्विट के जरिए तहेदिल से आपका स्वागत करता हूं। इसके बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके ट्विट का जवाब देते हुए कहा कि आपके कार्यालय ने ही कार्यक्रम में न आ पाने की बात बताई थी। इसके बाद गहलोत ने फिर ट्विट कर कहा कि मैं अभी भी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए नॉन इनटरेक्टिव मोड पर शामिल रहूंगा।
हालांकि प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा- गहलोत जी चोट के कारण कार्यक्रम में नहीं आ पाए, मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना करता हूं। बहरहाल, गहलोत ने अपने ट्विट में लिखा- मैं इस कार्यक्रम में अपने भाषण के माध्यम से जो मांग रखता वो इस ट्विट के माध्यम से रख रहा हूं। आशा करता हूं छह महीने में की जा रही इस सातवीं यात्रा के दौरान आप इन्हें पूरा करेंगे। इसके बाद उन्होंने कई मांगे प्रधानमंत्री के सामने रखीं।