चेन्नई/नई दिल्ली। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने अपने बेटे उदयनिधि स्टालिन के सनातन धर्म पर दिए विवादित बयान पर सफाई दी है। अपने बेटे का बचाव करते हुए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा है- उन्होंने सनातन सिद्धांतों पर अपने विचार व्यक्त किए जो अनुसूचित जाति, जनजातियों और महिलाओं के खिलाफ भेदभाव करते हैं। उनका किसी भी धर्म या धार्मिक मान्यताओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था। हालांकि उदयनिधि की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। देश के कई राज्यों में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है और यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच गया है।
बहरहाल, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एमके स्टालिन ने उदयनिधि का बचाव करते हुए कहा है- बीजेपी समर्थक ताकतें दमनकारी सिद्धांतों के खिलाफ उनके रुख को बरदाश्त करने में असमर्थ हैं। उन्होंने एक झूठी कहानी फैलाई है, जिसमें आरोप लगाया गया है कि उदयनिधि ने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था। स्टालिन ने कहा- वे महिलाओं पर अत्याचार को बढ़ावा देने के लिए सनातन शब्द का इस्तेमाल करते हैं, जो मानव जाति का आधे से अधिक हिस्सा हैं। उदयनिधि ने केवल ऐसी दमनकारी विचारधाराओं के खिलाफ बात की। उन विचारधाराओं पर आधारित प्रथाओं के उन्मूलन का आह्वान किया।