खूंटी (झारखंड)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरुआत की। उन्होंने झारखंड से इस यात्रा की शुरुआत की। इसके अलावा देश के अनेक राज्यों में राज्यपालों, मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों आदि ने इस यात्रा के लिए विशेष तौर से बनाए गए वैन रवाना किए। बहरहाल, प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार की रात को झारखंड पहुंचे थे। बुधवार को वे झारखंड के खूंटी के उलिहातू गांव पहुंचे। इसी गांव में भगवान बिरसा मुंडा का जन्म हुआ था।
गौरतलब है कि बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के तौर पर मनाया जाता है। इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने आदिवासी न्याय अभियान की शुरुआत की और साथ ही विकसित भारत संकल्प यात्रा की भी शुरुआत की। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी बिरसा मुंडा के गांव जाकर उनके परिवार से मिले। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने अपनी जनसभा में कहा कि उन्होंने कतार में खड़े अंतिम व्यक्ति का नमक खाया है इसलिए वो भगवान बिरसा की धरती पर उसका कर्ज चुकाने आए हैं।
पिछड़े आदिवासी जिलों की अनदेखी के लिए पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कहा मक्खन पर लकीर तो सभी खींच लेते हैं लेकिन पत्थर पर लकीर खींचने का काम उन्होंने किया, जब आदिवासी जिलों को आकांक्षी जिले घोषित कर उनके विकास का काम शुरु किया गया। मोदी ने इस मौके पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को भी याद किया। उन्होंने कहा- अटलजी के प्रयासों से ही झारखंड का गठन हुआ था। अटलजी ने ही आदिवासियों के लिए नया मंत्रालय बनाया था।
प्रधानमंत्री मोदी के लोगों को याद दिलाया कि आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत भी झारखंड से ही हुई थी। इसके बाद उन्होंने विकसित भारत संकल्प यात्रा और आदिवासी न्याय अभियान की शुरुआत करते हुए कहा कि ये दोनों अभियान अमृतकाल में भारत के विकास को नई ऊर्जा देंगे। भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती से हर वंचित को सरकारी योजनाओं का लाभार्थी बनाया जाएगा। उन्होंने कहा- ये यात्रा आज 15 नवंबर को भगवान बिरसा मुंडा की जन्मजयंती से शुरू होकर अगले साल 26 जनवरी तक चलेगी।