वाशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प शुक्रवार को गिरफ्तार हुए और उनको 20 मिनट तक फुल्टन की काउंटी जेल में रहना पड़ा। अमेरिकी राष्ट्रपति के पिछले चुनाव में धोखाधड़ी और नतीजों को बदलने के प्रयास के आरोप में डोनाल्ड ट्रम्प ने शुक्रवार सुबह फुल्टन काउंटी पुलिस के सामने सरेंडर किया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और फुल्टन काउंटी जेल ले गई। उन्हें पुलिस रिकॉर्ड में कैदी नंबर पी01135809 के रूप में दर्ज किया गया।
जेल में ट्रम्प की आरोपी की तरह तस्वीर खींची गई यानी उनका मगशॉट लिया गया। इसके 20 मिनट बाद वो जेल से बाहर आ गए। इसी के साथ ट्रम्प अमेरिका के पहले ऐसे राष्ट्रपति बन गए हैं, जिनका कैदियों की तरह मगशॉट लिया गया। ‘सीएनएन’ की रिपोर्ट के मुताबिक- ट्रम्प ने रिहाई के पहले शर्तों के साथ दो लाख डॉलर का बॉन्ड भरा। जेल से बाहर आने के बाद ट्रम्प ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा- मैंने कुछ भी गलत नहीं किया।
गौरतलब है कि ट्रम्प पर जॉर्जिया में राष्ट्रपति चुनाव नतीजों को पलटने के लिए धोखाधड़ी, धमकी देने और जालसाजी के आरोप हैं। उनके अलावा इस मामले में 18 और लोगों को आरोपी ठहराया गया है। इस मामले में ट्रम्प ने जॉर्जिया के चुनाव अधिकारी ब्रैड रैफेंसपर्गर से दोबारा वोटों की गिनती कराने और अपने को जिताने के लिए जरूरी वोट का बंदोबस्त करने को कहा था। वे राज्य के 16 इलेक्टोरल वोट अपने नाम करना चाहते थे।
बहरहाल, अटलांटा में मगशॉट और दूसरी प्रक्रिया पूरी होने के बाद ट्रम्प ने सोशल मीडिया साइट ट्विटर पर अपना मगशॉट शेयर किया और लिखा- इलेक्शन इंटरफेरेंस, नेवर सरेंडर। ट्रम्प ने 2021 के बाद अब पहली बार ट्विटर पर कोई पोस्ट किया है। बताया जा रहा है कि पुलिस कार्रवाई के दौरान ट्रम्प को एक कमरे में ले जाकर उनके फिंगरप्रिंट्स भी लिए गए। ये डॉक्यूमेंट्स कोर्ट और पुलिस रिकॉर्ड्स का हिस्सा बनेंगे। ट्रम्प के चीफ ऑफ स्टाफ मार्क मीडोज ने भी सरेंडर किया। इस मामले में 15 अगस्त को अटलांटा की कोर्ट ने चार्जशीट जमा की थी। ध्यान रहे पूर्व राष्ट्रपति ट्रम्प पर पांच महीने में चार आपराधिक मामले दर्ज हुए हैं।