हैदराबाद। रविवार को जिस समय कांग्रेस कार्य समिति की बैठक के बाद कांग्रेस की रैली हुई उसी समय भाजपा ने भी एक बड़ा आयोजन हैदराबाद में किया, जिसमें केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए। भाजपा ने रविवार को ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ कार्यक्रम का आयोजन किया। हैदराबाद के परेड ग्राउंड में हुए कार्यक्रम में गृह मंत्री शाह ने ‘मुक्ति दिवस’ नहीं मनाने के लिए पिछली सरकारों पर निशाना साधा।
अमित शाह ने कहा कि पिछले 75 सालों में किसी सरकार ने ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ नहीं मनाया। उन्होंने कहा- तुष्टिकरण और वोटबैंक की राजनीति के चलते पुरानी सरकारें इसका जश्न मनाने से डरती रहीं। इतिहास से मुंह मोड़ने वालों से देश की जनता भी मुंह मोड़ लेगी। अमित शाह ने कहा- सरदार पटेल और केएम मुंशी जैसे नेताओं ने हैदराबाद को आजादी दिलाई। अंग्रेजों से आजादी मिलने के बाद 399 दिनों तक हैदराबाद पर क्रूर निजाम ने राज किया। ये दिन लोगों के लिए परेशानियों से भरे थे। सरदार पटेल ने 400वें दिन राज्य को आजादी दिलाने में मदद की। इसके लिए कई संगठनों ने भी संघर्ष किया। शाह ने कहा कि तेलंगाना, मराठावाड़ और कर्नाटक के लोगों को शहीदों के बलिदान को याद रखना चाहिए।
गौरतलब है कि पांच दिन की सैन्य कार्रवाई के बाद 17 सितंबर 1948 को हैदराबाद के निजाम मीर उस्मान अली खान ने समर्पण कर दिया था। इसके बाद हैदराबाद भारत का हिस्सा हो गया। रविवार को हैदराबाद के भारत में शामिल होने के 75 साल पूरे हो गए हैं। भाजपा और केंद्र सरकार का संस्कृति मंत्रालय ने इसे ‘हैदराबाद लिबरेशन डे’ के तौर पर मनाया। इसके अलावा कांग्रेस ने ‘विलय दिवस’, भारत राष्ट्र समिति ने ‘राष्ट्रीय एकता दिवस’ और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एमआईएम ने ‘कौमी एकता दिन’ के तौर पर मनाया।