पटना। तमाम अड़चनों को पार करके आखिरकार बिहार सरकार ने जातियों के आंकड़े जारी कर दिए। दो चरणों में हुई जाति गणना के आकड़ों के मुताबिक बिहार में 63 फीसदी आबादी पिछड़ी जातियों की है। इनमें 36 फीसदी अति पिछड़ी और 27 फीसदी पिछड़ी जातियां हैं। पिछड़ी जातियों में 14 फीसदी के साथ सबसे बड़ी आबादी यादव समुदाय की है। बिहार में मुस्लिम आबादी 17.7 फीसदी है। अनुसूचित जातियों की आबादी 19.65 फीसदी है, जबकि कुल सवर्ण आबादी 15.52 फीसदी है। इसमें भी हिंदू सवर्णों की आबादी महज साढ़े 10 फीसदी है।
गौरतलब है कि इस साल के शुरू में बिहार में जातीय गणना का काम शुरू हुआ था लेकिन पहले चरण का काम पूरा होने के बाद हाई कोर्ट ने इस पर रोक लगा दी थी। राज्य सरकार रोक के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट गई थी लेकिन वहां भी राहत नहीं मिली। गर्मी की छुट्टियों के बाद हाई कोर्ट ने इस मामले में फिर सुनवाई की और जाति गणना की इजाजत दे दी। दूसरे चरण की गिनती का काम पूरा होने के बाद रिपोर्ट तैयार की गई, जिसे दो अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के दिन रिलीज किया गया।
बिहार के कार्यकारी मुख्य सचिव विवेक कुमार सिंह ने जातीय गणना की रिपोर्ट जारी की। उन्होंने बताया कि बिहार की जनसंख्या 13 करोड़ सात लाख 25 हजार 310 है। इसमें दो करोड़ 83 लाख 44 हजार 160 परिवार हैं। इस गणना के मुताबिक पिछड़ी जातियों की आबादी 63 फीसदी, अनुसूचित जाति 19.65फीसदी, अनुसूचित जनजाति 1.68 फीसदी, मुस्लिम 17.7 फीसदी और और सामान्य वर्ग 15.52 फीसदी है।
बिहार में पुरुषों की कुल संख्या छह करोड़ 41 लाख 31 हजार 990 है, जबकि महिलाओं की संख्या छह करोड़ 11 लाख 38 हजार 460 है। गणना के अनुसार 1000 पुरुषों पर 953 महिलाएं हैं। बिहार की आबादी में करीब 82 फीसदी हिंदू और 17.7 फीसदी मुसलमान हैं। पिछली यानी 2011 की जनगणना से तुलना पर करने पर पिछले 11 साल में हिंदुओं की आबादी घटी है। 2011 की जनगणना के अनुसार हिंदू आबादी 82.7 फीसदी और मुस्लिम आबादी 16.9 फीसदी थी।
बिहार की आबादी में सबसे ज्यादा अत्यंत पिछड़ा वर्ग 36 फीसदी है। उन्हें नौकरी में फिलहाल 18 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है। अन्य पिछड़ी जातियों की आबादी 27 फीसदी है और उनको 12 फीसदी आरक्षण दिया जा रहा है। बिहार में हुई गणना के अनुसार प्रदेश की जनसंख्या में बिहार के बाहर में रहने वालों की संख्या 53 लाख 72 हजार 22 है। बिहार राज्य में रहने वालों की कुल जनसंख्या 12 करोड़ 53 लाख 53 हजार 288 है।