जोहान्सबर्ग। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका यानी पांच देशों के समूह ब्रिक्स की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसके विस्तार की वकालत की। साथ ही उन्होंने जी-20 के विस्तार की भी बात कही। गौरतलब है कि जी-20 की अध्यक्षता इस समय भारत के पास है और अगले महीने नई दिल्ली में जी-20 का सालाना सम्मेलन होने वाला है। उन्होंने अपने भाषण में कहा कि ब्रिक्स का विस्तार होना चाहिए और ब्रिक्स देशों को मिल कर ये कोशिश करनी चाहिए कि अफ्रीकी यूनियन को भी जी-20 में शामिल किया जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- हम चाहते हैं कि ब्रिक्स का विस्तार किया जाए। इसमें और देशों को शामिल किया जाए। इसके बाद प्रधानमंत्री ने इस बात पर खुशी जताई कि ग्लोबल साउथ के देशों को ब्रिक्स में अहमियत दी जा रही है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय दक्षिण अफ्रीका को है। मोदी ने कहा- जी-20 में भी हम ग्लोबल साउथ को अहमियत देना चाहते हैं। 2016 में हमने सभी को साथ लेकर चलने का सुझाव दिया था। हम सभी ब्रिक्स पार्टनर के साथ मिलकर सार्थक योगदान देते रहेंगे।
इस दौरान दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा ने मोदी से कहा- हम भारत को और चीता देना चाहते हैं। क्या आपको इनकी और जरूरत है, क्योंकि आप इस वक्त उस देश में हैं, जिसे होम ऑफ चीता यानी चीता का घर कहा जाता है। गौरतलब है कि अफ्रीकी देशों से लगाए गए चीतों को मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क में रखा गया है। हालांकि कई चीते और उनके शावकों की मौत हो गई है। अफ्रीका के राष्ट्रपति ने आगे कहा- चंद्रयान तीन मिशन में आपकी कामयाबी को हम मिलकर इन्जॉय करेंगे।
इससे पहले मंगलवार को 15वें ब्रिक्स सम्मेलन के तहत बिजनेस फोरम इवेंट आयोजित हुआ। हालांकि, इसमें चीन के राष्ट्रपति जिनफिंग शामिल नहीं हुए। फोरम में चीन के प्रतिनिधि ने कहा- जिनफिंग ने ब्रिक्स के विस्तार की बात कही है, जिससे इंटरनेशनल बॉर्डर को और मजबूत किया जा सके। चीन हर जगह अपने दबदबे की चाहत नहीं रखता है। ये हमारे डीएनए में नहीं है। बिजनेस फोरम में अपने भाषण में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- डिजिटल लेन-देन के मामले में भारत अव्वल है। ब्रिक्स देशों को इकोनॉमिक फ्रंट पर सहयोग करना होगा। भारत बहुत जल्दी पांच ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बन जाएगा और हम वर्ल्ड का ग्रोथ इंजन बन जाएंगे। उन्होंने कहा- भारत ने ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के क्षेत्र में जबरदस्त सुधार किए हैं। मैं ब्रिक्स देशों के इनवेस्टर्स को भारत में निवेश का न्योता देता हूं।