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पत्रकारों के घर दिल्ली पुलिस का छापा

नई दिल्ली। देश के कई जाने-माने पत्रकारों के घर मंगलवार की सुबह दिल्ली पुलिस ने छापा मारा। कई पत्रकारों को हिरासत में लिया गया और उन्हें थाने ले जाकर पूछताछ की गई। चीन से कथित फंडिग के विवाद में न्यूज पोर्टल ‘न्यूजक्लिक’ से किसी भी रूप में जुड़े पत्रकारों के ऊपर दिल्ली पुलिस ने कार्रवाई की। पत्रकारों के फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर आदि जब्त किए गए और घरों की तलाशी ली गई। विपक्षी पार्टियों के गठबंधन ‘इंडिया’ की ओर से पुलिस की इस कार्रवाई की तीखी आलोचना की गई है। एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया और प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने भी इस कार्रवाई की निंदा की है।

पुलिस ने इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम कानून यानी यूएपीए के तहत केस दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच पहले से चल रही है और पिछले दिनों अमेरिका के प्रतिष्ठित अखबार ‘द न्यूयॉर्क टाइम्स’ में इस बाबत खबर आने के बाद दिल्ली पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई। बहरहाल, तीन अक्टूबर की सुबह छह बजे से छापे शुरू हुए। दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने दिल्ली, नोएडा, गजियाबाद, गुरुग्राम, मुंबई में करीब एक सौ जगहों पर छापे मारे।

गौरतलब है कि ‘न्यूजक्लिक’ की फंडिंग को लेकर ईडी पहले भी छापा मार चुकी है। ईडी ने इस मामले में धन शोधन का केस दर्ज किया था और ‘न्यूजक्लिक’ की कुछ संपत्तियां भी अटैच की थीं। इसके बाद अचानक दिल्ली पुलिस ने पत्रकारों पर छापे मारे। जो पत्रकार ‘न्यूजक्लिक’ से जुड़े हैं या उसके लिए लिखते हैं या कार्टून बनाते हैं उन सबके यहां छापा मारा गया। मुंबई में तीस्ता सीतलवाड के यहां भी पुलिस पहुंची थी। कई वरिष्ठ पत्रकारों को पुलिस थाने भी ले गई लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया।

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