नई दिल्ली। आजादी के बाद पहली बार ऐसा हुआ कि लोकसभा का मतदान खत्म होने और नतीजे आने से पहले चुनाव आयोग ने प्रेस कांफ्रेंस की और अपने ऊपर लगे आरोपों पर सफाई दी। हालांकि पूरी प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त का निशाना विपक्षी पार्टियों के ऊपर था। विपक्ष को निशाना बनाते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि उन्हें लगता था कि उनके ऊपर देश के बाहर से हमला होगा लेकिन देश के अंदर से ज्यादा हमला हुआ। उन्होंने हर बूथ पर मतदान से जुड़ी जानकारी दर्शाने वाले फॉर्म 17सी को लेकर भी विपक्ष पर तंज किया और कहा कि यूपीएससी की तैयारी करने वाले छात्रों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।
सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा- हम पर झूठे आरोप लगाए गए। हमें लापता जेंटलमेन कहा गया, लेकिन इसी दौरान देश में वोटिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड बन गया। यह हमारे लोकतंत्र की ताकत है। वोटों की गिनती से एक दिन पहले राजीव कुमार ने कहा- हमने फेक न्यूज रोकी, लेकिन खुद पर होने वाले हमले नहीं रोक पाए। विपक्ष की ओर से लगाए गए आरोपों को खारिज करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- शक का इलाज तो हकीम लुकमान के पास भी नहीं है।
विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- हमें लगा था कि हम पर सबसे ज्यादा हमले देश के बाहर से होंगे, लेकिन देश के अंदर से ही हम पर आरोप लगाए गए। इस समय 17सी की देश में सबसे ज्यादा चर्चा में है। यूपीएससी की तैयारी कर रहे बच्चों को इस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए कि ये क्या है। भीषण गर्मी के बीच मतदान के दौरान मतदानकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों की मौत के सवाल पर उन्होंने कहा- चुनाव हमें एक महीने पहले खत्म कर देना था। इतनी गर्मी में नहीं करना चाहिए था। ये हमारी पहली लर्निंग है।
मतदान के अंतरिम और अंतिम आंकड़ों में आए फर्क को मुद्दा बनाए जाने के मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा- वोटर टर्नआउट में कुछ भी गड़बड़ नहीं हुआ। वोटर टर्नआउट का डाटा जैसे आपको मिला, वैसे ही हमें मिला। इसमें कुछ गड़बड़ नहीं हुआ। उन्होंने कहा- हमने 64 करोड़ 20 लाख मतदाताओं का विश्व रिकॉर्ड बनाया है। यह सभी जी 7 देशों के मतदाताओं का डेढ़ गुना और यूरोपीय संघ के 27 देशों के मतदाताओं का ढाई गुना है। जम्मू कश्मीर में रिकॉर्ड मतदान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वहां जल्दी ही विधानसभा के चुनाव होंगे।