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G7 summit में मोदी-मेलोनी की दोस्ती की झलक और यात्रा की मुख्य बातें

इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने प्रधानमंत्री मोदी के साथ एक सेल्फी वीडियो साझा करते हुए और इंटरनेट पर लोगों द्वारा बनाए गए ट्रेंडिंग हैशटैग के साथ जुड़ते हुए कहा की #मेलोडी टीम की ओर से नमस्ते। और ऐसा लगता हैं की दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच की दोस्ती को लोगों ने काफी पसंद किया हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी7 शिखर सम्मेलन में न केवल वैश्विक दक्षिण और विश्व व्यवस्था के बारे में गहन चर्चा की। और राज्य के नेताओं के साथ गर्मजोशी से गले मिले और साथ ही इतालवी प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी के साथ एक सेल्फी वीडियो भी बनाया।

50वें जी7 लीडर्स समिट के आउटरीच सत्र के लिए इटली आए मोदी ने कई विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय चर्चा की और शनिवार सुबह भारत के लिए रवाना हो गए।

प्रधानमंत्री मोदी ने आउटरीच सत्र को संबोधित किया। जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई), ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर से संबंधित मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया गया। और इस अवसर पर उन्होंने ब्रिटेन के अपने समकक्ष ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की से भी चर्चा की। साथ ही उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनिया गुटेरेस, जॉर्डन के राजा अब्दुल्ला द्वितीय और पोप फ्रांसिस से भी बातचीत की। जो जी7 प्रतिभागियों में शामिल होने वाले पहले पोप हैं।

इटली के अपुलिया क्षेत्र में बोर्गो एग्नाज़िया के एक आलीशान रिसॉर्ट में आयोजित शिखर सम्मेलन में अपने दिन के एक्स हाइलाइट्स वीडियो को साझा करते हुए उन्होंने कहा की एक महत्वपूर्ण जी7 शिखर सम्मेलन जहाँ मैंने विश्व मंच पर भारत के दृष्टिकोण को प्रस्तुत किया। यह वीडियो उनके दौरे से लेकर कनाडा के समकक्ष जस्टिन ट्रूडो सहित नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों और बातचीत से लेकर इटली के पीएम गिरोगिया मेलोनी के साथ सेल्फी के हल्के-फुल्के पलों और सात सदस्य देशों के नेताओं के साथ कई फोटो सेशन तक का संकलन हैं।

लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेने के बाद मोदी की पहली आधिकारिक विदेश यात्रा की एक खास बात यह रही कि उन्होंने भारतीय चुनावों को दुनिया में लोकतंत्र का सबसे बड़ा उत्सव बताया और अपनी ऐतिहासिक जीत को लोकतंत्र की जीत और पूरे लोकतांत्रिक विश्व की जीत बताया। और यह बात जी7 देशों के जमावड़े के संदर्भ में उभर कर सामने आई। जो खुद को लोकतंत्र होने पर गर्व करते हैं।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ऊर्जा, अफ्रीका और भूमध्य सागर पर जी7 आउटरीच सत्र में अपने बयान में पीएम मोदी ने वैश्विक दक्षिण की आवाज़ के रूप में भारत की भूमिका को दोहराया। और मेजबान इतालवी पीएम मेलोनी की अध्यक्षता में आयोजित सत्र में उन्होंने कहा की भारत वैश्विक दक्षिण के देशों की प्राथमिकताओं और चिंताओं को विश्व मंच पर रखना अपनी जिम्मेदारी समझता हैं।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक, कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन, जापानी पीएम फूमियो किशिदा उपस्थित थे। और साथ ही यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन और यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल भी मौजूद थे।

उन्होंने समाज के किसी भी वर्ग को पीछे न छोड़ने की प्रतिबद्धता के साथ विकसित दुनिया का हिस्सा बनने की भारत की महत्वाकांक्षा पर भी जोर दिया। और उन्होंने कहा की 2047 तक विकसित भारत बनाने का हमारा संकल्प हैं।

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