गुरुग्राम। हरियाणा के मेवात जिले के नूह में सोमवार को दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई, जिसमें 2 व्यक्ति की मौत हो गई है। इसके अलावा करीब 20 लोग घायल हुए हैं, जिनमें दो पुलिसकर्मी हैं। बताया जा रहा है कि सांप्रदायिक हिंसा की वजह से कई हजार लोग घंटों एक मंदिर में फंसे रहे। बताया जा रहा है कि नूह में सोमवार को विश्व हिंदू परिषद और मातृशक्ति दुर्गा वाहिनी की तरफ से निकाली जा रही ब्रजमंडल यात्रा के दौरान हिंसा हुई।
दो गुटों में टकराव के बाद पथराव और आगजनी की खबर है। उपद्रवियों ने कई गाड़ियों को भी आग लगा दी। पुलिस पर भी पथराव किया गया। पुलिस के मुताबिक, हिंसा में 20 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं। कुछ जगहों पर लोगों द्वारा फायरिंग की खबर भी है। हिंसा के चलते गुरुग्राम से सोहना तक का रास्ता बंद कर दिया गया है। इंटरनेट पर पाबंदी लगा दी गई है और गुरुग्राम में भी धारा 144 लगा दी गई है। खबर के मुताबिक, बवाल के बाद शोभा यात्रा में शामिल होने आए करीब तीन हजार लोग नल्हड़ मंदिर में फंसे हुए थे। इनमें बड़ी संख्या में बच्चे और महिलाएं शामिल हैं।
खबरों के मुताबिक मंदिर के बाहर से लगातार काफी देर तक पथराव होता रहा। पथराव की वजह से बस, कारें और अन्य वाहन चालक भी अपनी जान बचाने के लिए मंदिर के अंदर चले गए। नूह जिला प्रशासन ने हालात से निपटने के लिए दूसरे जिलों से पुलिस फोर्स बुलाई है। घटनास्थल के पास एक हजार से ज्यादा पुलिस जवानों की तैनाती की गई है। जिले की सीमाएं सील कर दी गईं हैं। जिला कलेक्टर प्रशांत पंवार ने बताया कि जिले में शांति व्यवस्था के लिए धारा 144 लगाई गई है।
घटना के बारे में मिली जानकारी के मुताबिक, सोमवार को ब्रजमंडल यात्रा नूह के नल्हड़ शिव मंदिर से फिरोजपुर-झिरका की तरफ रवाना हुई थी। जैसे ही यात्रा तिरंगा पार्क के पास पहुंची, वहां एक समूह के लोग पहले से जमा थे। आमने-सामने आते ही दोनों पक्षों में तकरार हो गई। देखते ही देखते पथराव शुरू हो गया। यात्रा के आयोजकों का आरोप है कि दंगे की पहले से तैयारी हुई थी और साजिश के तहत इसे अंजाम दिया गया।